चंडीगढ़: सोमवार को चंडीगढ़ में कनाडा के प्रांत सस्केचेवान की विधानसभा और हरियाणा की विधानसभा के अध्यक्षों की बैठक हुई. इस दौरान दोनों विधानसभा के कुछ सदस्य भी मौजूद रहे. इस दौरान दोनों तरफ से विधायी अनुभवों और संसदीय कार्यप्रणाली को लेकर विचार साझा किए गए. हरियाणा विधानसभा और कनाडा के प्रांत सस्केचेवान की विधानसभा के अध्यक्षों की प्रेसवार्ता के दौरान हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि आज हरियाणा विधानसभा के लिए बहुत ही ऐतिहासिक दिन है.
हरियाणा और ससकेचवां विधानसभा के अध्यक्षों और प्रतिनिधि मंडल के बीच विधायी अनुभवों को और संसदीय कार्यप्रणाली को साझा किया गया. उन्होंने कहा कि ससकेचवां कनाडा सबसे बड़ा कृषि प्रधान प्रदेश है. तो वहीं हरियाणा भी देश का कृषि प्रधान प्रदेश है. उन्होंने कहा कि में बहुत आभार व्यक्त करता हुं की हमारे निमंत्रण पर सस्केचेवान विधानसभा के अध्यक्ष रैंडी विकस और विधानसभा का डेलिगेशन हरियाणा पहुंचा.
इस दौरान उन्होंने कहा कि ससकेचवां विधानसभा के जो अच्छे कार्य हैं. उन्हें अडॉप्ट करने की कोशिश करेंगे. इसी तरह हरियाणा विधानसभा के अच्छे कार्य को सस्केचेवान. विधानसभा में अडॉप्ट करेंगे. यह डेलीगेशन 4 दिन हरियाणा में रहेगा. ससकेचवां विधानसभा के अध्यक्ष रैंडी विकस ने कहा कि हम हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष की तरफ से किए गए स्वागत के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं.
हम ससकेचवां और हरियाणा के बीच अच्छे रिश्तों की कामना करते है और यह मधुर रिश्ते लंबे समय तक रहे. उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में उनके प्रदेश और हरियाणा के बीच में बहुत सारी चीजें एक समान है. हम आपसी रिश्तों को और मजबूत करने के लिए आगे काम करते रहेंगे. इसी के साथ ही सांस्कृतिक और शिक्षा के क्षेत्र में भी काम करेंगे.
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कनाडा में खालिस्तान से जुड़े लोग लगातार आवाज उठा रहे इसके संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि इस तरह के मामले को नहीं जानते हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के लोग बहुत अच्छे हैं और उनका खान-पान भी बहुत अच्छा है. उन्होंने कहा कि बहुत से देशों के लोग कनाडा में हर साल आते जाते हैं और वे शांतिपूर्ण तरीके से वहां रहते हैं.