चंडीगढ़: शहर में ऑटोमोबाइल डीलर बुधवार को इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2022 को चुनौती देने के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में सभी चार मामलों में दायर याचिका के बाद बुधवार को फैसले को वापस ले लिया गया है. प्रशासन ने उन्हें प्रतिबंधों पर छूट और ईंधन आधारित पर प्रतिबंध हटाने का आश्वासन दिया था. बुधवार, 8 नवंबर को देर शाम को चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से 27 नवंबर तक ईंधन से चलने वाले वाहनों पर छूट दी गई है.
चंडीगढ़ में 27 नवंबर तक ईंधन से चलने वाले वाहनों पर छूट: बता दें कि फेडरेशन ऑफ चंडीगढ़ रीजनल ऑटोमोबाइल डीलर्स ने चंडीगढ़ प्रशासन बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया था. फेडरेशन के सदस्यों ने बताया कि उनके वकीलों ने अदालत में चार मामले में याचिका दायर की थी. अगर फेडरेशन के वकील यह पुष्टि कर देंगे कि उनके मामले वापस ले लिए गए हैं तो वह तुरंत छूट देने दे दी जाएगी. यू टी प्रशासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि चंडीगढ़ प्रशासन को इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2022 के दौरान वाहन पंजीकरण पर कैपिंग लगाने में सक्षम बनाता है. चंडीगढ़ में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए इस साल के लिए निर्धारित की गई सीमा को 27 नवंबर 2023 तक बहाल कर दिया गया है. यानी 27 नवंबर 2023 तक सभी श्रेणियों के वाहनों की रजिस्ट्रेशन होंगी.
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ईंधन से चलने वाले वाहनों पर प्रतिबंध काली दिवाली के बराबर है. पहले खरीदे गए स्टोर के लिए प्रति डॉलर औसत 2 करोड़ रुपए का नुकसान होने के आसार थे. प्रतिबंध से कर्मचारियों के लगभग 2500 परिवार प्रभावित होंगे. शहर में लगभग 10 ऑटोमोबाइल डीलर हैं जो हर साल लगभग 20,000 ईंधन आधारित 2 पहिया वाहन बेचते हैं. हर महीने लगभग 1600 वाहनों बिक्री होती है. वहीं, त्योहारों के सीजन के दौरान मासिक बिक्री बढ़कर लगभग 4000 के पास पहुंच जाती है. ऐसे में इस त्योहार में प्रशासन द्वारा दी गई राहत से बहुत ही कम लाभ होने की उम्मीद है. - रामकुमार गर्ग, फाइनेंस सेक्रेटरी, फेडरेशन ऑफ चंडीगढ़ रीजनल ऑटोमोबाइल डीलर्स
धनतेरस से पहले बुकिंग: बता दें कि दिवाली के त्योहार से 2 दिन पहले यानी शुक्रवार 10 नवंबर को धनतेरस है. चंडीगढ़ के सभी ऑटोमोबाइल डीलर्स के पास 700 से अधिक वाहन बुकिंग प्रतिबंध के कारण रुकी हुई है. ऐसे में डीलर्स का कहना है कि ईंधन से चलने वाले वाहनों पर चंडीगढ़ प्रशासन के प्रतिबंध लगाने के चलते, हमें हाई कोर्ट का रास्ता अपनाना पड़ रहा था. वही दिवाली से पहले इस तरह के प्रतिबंध से वाहनों की बिक्री प्रभावित हो रही थी.
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