नूंह: बोलेरो कार में कंकाल मिलने का मामला उलझता जा रहा है. शनिवार को खबर आई थी कि इस मामले के आरोपी श्रीकांत मरोड़ा के परिजनों के साथ राजस्थान पुलिस ने मारपीट की. श्रीकांत के परिजनों ने आरोप लगाया कि राजस्थान पुलिस उनके घर में छानबीन के लिए आई और श्रीकांत की गर्भवती पत्नी को पीटा. जिससे की बच्चा गर्भ में ही मर गया. जिसे रविवार को ही दफना दिया गया था. श्रीकांत मरोड़ा की मां ने नगीना पुलिस को इसकी शिकायत लिखित दी थी. जिसके बाद नवजात बच्चे के शव को निकाला गया है. बच्चे का पोस्टमार्टम अल अफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेडा की मोर्चरी में सोमवार को होगा. पहले बच्चे को बिना किसी कानूनी कार्रवाई के ही परिजनों ने दफना दिया था. डीएसपी सतीश वत्स फिरोजपुर झिरका ने बच्चे का शव निकालने की पुष्टि की है.
शनिवार को खबर आई थी कि आरोपी श्रीकांत की गर्भवती पत्नी के साथ राजस्थान पुलिस ने पिटाई की. जिससे की उसके गर्भ में बच्चे की मौत हो गई. राजस्थान पुलिस आरोपी श्रीकांत के घर नूंह में छापेमारी के लिए आई थी. आरोप है कि इस दौरान राजस्थान पुलिस ने श्रीकांत की गर्भवती पत्नी को बेरहमी से पीटा. जिससे उसके गर्भ में बच्चे की मौत हो गई. जिसे परिजनों ने दफना दिया था. अब शिकायत के बाद नूंह पुलिस ने बच्चे को कब्र से निकलवाया है.
क्या है पूरा मामला: 15 फरवरी को भिवानी के लोहारू में जिली हुई बोलेरो गाड़ी मिली थी. जिसमें दो युवकों के कंकाल मिले थे. पुलिस की जांच में पता चला था कि जलने वाले दोनों युवक राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले थे. दोनों युवक के नाम जुनैद और नासिर थे. जुनैद और नासिर के परिजनों ने आरोप लगाया है कि बजरंग दल के लोगों ने दोनों के साथ मारपीट की और फिर जिंदा जला दिया. इस मामले में हरियाणा बजरंग दल गोरक्षा प्रमुख मोनू मानेसर और श्रीकांत का नाम शामिल है.
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