पैर या पंजों में सूजन एक आम समस्या मानी जाती है . इसे पीडल एडिमा नाम से भी जाना जाता है. यह समस्या ज्यादा देर तक पाँव लटकाकर बैठने, ज़्यादा वजन होने, पाँव में मोच आने या चोट लगने के कारण, पाँव में कुछ कारणों से असामान्य रूप से द्रव के इकट्ठे होने पर , किडनी या हृदय संबंधी रोग के कारण, टाइट या ऊंची एड़ी के जूते पहनने या अधिक वजन उठाने आदि के कारण हो सकती है.
आमतौर पर माना जाता है सामान्य अवस्था में यह समस्या बुजुर्ग लोगों या गर्भवती महिलाओं को ज्यादा परेशान करती हैं, लेकिन हमेशा ऐसा नही होता है. परिस्तिथि जन्य कारणों से यह समस्या युवाओं तथा अधेड़ उम्र के लोगों में भी देखने में आ सकती है.
मैसूर की योग प्रशिक्षक मीनू वर्मा बताती हैं कि सामान्य परिस्तिथ्यों में पैरों में सूजन आने पर कुछ हल्के-फुलके व्यायामों या योग की मदद से पाँव में सूजन तथा उसके चलते होने वाले दर्द में राहत पाई जा सकती है . लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यदि किसी व्यक्ति की किसी भी प्रकार की कोई सर्जरी हुई हो, या वह किसी रोग या चिकित्सीय कारणों के चलते इस समस्या का सामना कर रहा हो तो उसे इस प्रकार के व्यायाम करने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लेनी चाहिए.
सूजन के कारण
दिल्ली के जनरल फिजीशियन डॉ राजेश शर्मा बताते हैं कि पैरों में सूजन कई कारणों से हो सकती है. सामान्य परिस्तिथ्यों में इसका मुख्य कारण कई घंटों या लंबी अवधि तक एक ही जगह पर पाँव नीचे की ओर लटका कर बैठे रहना होता है. इसके अलावा ज्यादा वजन होने पर जब पाँव पर भार तथा दबाव ज़्यादा बढ़ने लगता है तो भी पैरों में सूजन आ सकती हैं. इसके अलावा पैर में चोट लगना या मोच आ जाना, किडनी की समस्या, ह्रदय रोग, खून में प्रोटीन का स्तर कम होना, लिवर में समस्या , लिम्फेटिक सिस्टम में समस्या तथा कई बार कुछ एंटी-हाइपरटेंसिव, नॉन स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेंट्री दवाएं और स्टेरॉयड दवाएं भी पैरों में सूजन पैदा कर सकती हैं. पैरों में सूजन कई रोगों का लक्षण या संकेत भी मानी जाती हैं , इसलिए ऐसा होने पर चिकित्सक से संपर्क जरूरी हो जाता है.
सूजन में राहत दिलाने वाले व्यायाम
जानकार मानते हैं कि किसी रोग के कारण पैरों में सूजन होने पर जांच तथा इलाज जरूरी होता है. लेकिन सामान्य परिस्तिथ्यों में होने वाली पैरों में सूजन को कम करने के लिए कुछ व्यायामों की मदद ली जा सकती है. पैरों में सूजन तथा दर्द कम करने में मददगार व्यायामों में से कुछ इस प्रकार हैं.
- एंकल सर्किल
इस व्यायाम को बैठकर, लेटकर या खड़े होकर, किसी भी तरह से किया जा सकता है. इसे करने के लिए पाँव के पंजे और एड़ी में खिंचाव लाते हुए को पहले पंजे को धीरे-धीरे बाईं से दाईं ओर 10 बार गोलाई में घुमाएं . फिर दाईं से बाईं ओर 10 बार घुमाएं . ऐसा करने से एड़ी में खिंचाव व दबाव उत्पन्न होता है, तथा दर्द और सूजन में राहत मिल सकती है. - एंकल पंप्स
इस व्यायाम किसी सतह पर लेट कर या बैठकर किया जा सकता है. यदि आप लेट कर यह व्यायाम कर रहे हैं तो सबे पहले जमीन या किसी समतल स्थान पर लेट जाए. अब पंजों को आगे से पीछे तथा पीछे से आगे की ओर खींचे. यदि यह व्यायाम बैठकर किया जा रहा है तो पाँव को आगे की तरह ले जाएं और पंजों को ऊपर की ओर रखें. इसके उपरांत लेटकर की जाने वाली प्रक्रिया के समान ही पंजों को आगे से पीछे तथा पीछे से आगे ले जाएं. इस व्यायाम को एक बार में 30 बार तक किया जा सकता है. - बट स्क्वीज़ एक्सरसाइज
यह व्यायाम करने के लिए पहले किसी समतल स्थान पर लेट जाए . इसके उपरांत अपने पैरों को धीरे- धीरे ऊपर की ओर ले जाए और 90 डिग्री के एंगल पर रखें. कुछ देर रुके और फिर धीरे-धीरे पाँव वापस जमीन पर ले आयें. इस व्यायाम को एक बार में 10 के सेट में किया जा सकता है.
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