नई दिल्ली: 5 हजार साल पहले एकादशी के दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की एक साथ झूला झुलने की शुरुआत हुई थी. जो आज भी विश्व भर में हजारों जगह श्री कृष्ण भक्तों के द्वारा मनाया जाता है. द्वारका के इस्कॉन टेम्पल में भी बुधवार शाम से इस 'झूलन महोत्सव' की शुरुआत हो गई है.
बता दें कि 'झूलन महोत्सव' एकादशी से शुरू होकर 22 अगस्त तक हर दिर रात में आयोजति होता रहेगा. देर शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक भक्त राधा-कृष्ण को झूला झूलाकर आनंद और आशीर्वाद दोनों ले सकते हैं. हर रोज श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण-राधा रानी को झूला झुला सकेंगे.
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हर साल यह महोत्सव सावन के महीने में एकादशी से शुरू होकर रक्षा बंधन के पूर्णिमा के दिन तक मनाया जाता है. यह त्योहार श्री कृष्ण-राधा रानी की लीलाओं को याद करते हुए राधा और भगवान कृष्ण को झूले पर झुलाते हुए मनाते हैं. इस महोत्सव के दौरान हर दिन राधा-कृष्ण को विभिन्न गहनों से सजाया जाता है. फूलों से सजाए गए झूले पर लहराया जाता है. मंदिर और हॉल को फूलों से खूबसूरती से सजा जाता है, जहां राधा-कृष्ण को विभिन्न प्रकार के सुंदर फूलों से सजाए गए झूले में रखा जाता है.