नई दिल्ली: फेक इंटरनेशनल कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए पश्चिमी जिला के साइबर सेल की पुलिस टीम ने एक बड़े मामले का खुलासा किया है. इस मामले में टीम ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
डीसीपी उर्विजा गोयल के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इनके पास से पुलिस टीम ने आधा दर्जन कंप्यूटर, लैपटॉप, इंटरनेट राउटर, 9 मोबाइल, टेलीकम्युनिकेशन सॉफ्टवेयर, इंटरनेट कॉलिंग के लिए VOIP और डाटा आदि बरामद किया है. इनके खिलाफ मोती नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान भानु, हरप्रीत, पुष्पेंद्र, सौरभ, उबेद, सुरेंद्र, योगेश, भव्या और गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है. इनमें टेलीकॉलर से लेकर कॉल सेंटर का ऑनर भी गिरफ्तार किया गया है. डीसीपी ने बताया कि एसीपी ऑपरेशन सुदेश रंगा की देखरेख में इंस्पेक्टर अरुण चौहान, सब इंस्पेक्टर अमित वर्मा, महेश कुमार आदि की टीम ने इस कॉल सेंटर का पता लगाकर पर्दाफाश किया जो सुदर्शन पार्क इलाके में चोरी छिपे चलाया जा रहा था.
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यह लोग इंटरनेट VOIP कॉलिंग करके चीटिंग की वारदात को अंजाम देते थे. इनका निशाना यूएसए और कनाडा के लोग होते थे. जिनको टेक्निकल सपोर्ट का झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे.
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पूछताछ में पता चला कि ये लोग यूएस और कनाडा में रहने वाले लोगों को सिक्योरिटी वार्निंग, थ्रेट्स और टेक्निकल प्रॉब्लम जैसे पॉपअप मैसेजेस पीड़ितों के कंप्यूटर पर भेजते थे, जिसमें उसे ठीक करने के लिए एक नम्बर दिया होता था. जब इनके शिकार इनको फोन करते थे तो वो टेक्निकल सपोर्ट के नाम पर इनसे ई-चेक के द्वारा इनसे पैसे ऐंठते थे. पुलिस इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.