ETV Bharat / state

दिल्ली कोरोना ऐप में गड़बड़झाला, अस्पताल से डिस्चार्ज मरीज को बता रहा एडमिट

author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 27, 2023, 3:29 PM IST

दिल्ली कोरोना ऐप
दिल्ली कोरोना ऐप

Corona JN.1 Variant: दिल्ली कोरोना ऐप पर मरीज का रियल टाइम डाटा अपडेट नहीं हो रहा है. अभी राजधानी में कोरोना ऐप के अनुसार कोविड के 9 मरीज अस्पतालों में भर्ती है. जबकि, अस्पतालों के अनुसार कोरोना के छह मरीज है.

नई दिल्ली: केरल सहित देश के अन्य राज्यों में कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद राजधानी दिल्ली में भी कोरोना की जांच को लेकर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके बावजूद दिल्ली कोरोना ऐप पर अस्पतालों में भर्ती मरीजों का रियल टाइम डेटा अपडेट नहीं हो रहा है. इसकी वजह से दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मामलों को लेकर असमंजस की स्थिति है. मौजूदा समय में कोरोना ऐप पर अलग-अलग अस्पतालों में 9 मरीज भर्ती दिखाए जा रहे हैं. लेकिन जब इन भर्ती मरीजों के बारे में अस्पताल से फोन कर कंफर्म किया गया तो कुछ अस्पतालों से यह जानकारी मिली कि उनके यहां कोरोना का कोई मरीज भर्ती नहीं है.

नजफगढ़ स्थित बीएच सलवास हॉस्पिटल में करीब 10 दिन से कोरोना के एक मरीज को कोरोना ऐप पर भर्ती बताया जा रहा है, लेकिन अस्पताल से बात करने पर पता चला कि उनके यहां कोरोना का कोई मरीज भर्ती नहीं है. इसी तरह ओखला स्थित होली फैमिली अस्पताल में ऐप पर कोरोना के तीन मरीज भर्ती दिखाए जा रहे हैं, लेकिन अस्पताल से बात करने पर पता चला कि उनके यहां कोरोना का सिर्फ एक ही मरीज भर्ती है. इस तरह दिल्ली कोरोना ऐप पर अस्पताल में दिखाए जा रहे हैं 9 भर्ती मरीजों में से अस्पतालों में सिर्फ 6 मरीज ही भर्ती हैं. इनमें सफदरजंग में एक, होली फैमिली में एक, सेंट स्टीफेन हॉस्पिटल में दो, इंदिरा गांधी अस्प्ताल में एक और सर गंगाराम अस्पताल में एक मरीज भर्ती है. बाकी तीन मरीजों का डाटा एप पर गलत दिखाया जा रहा है.

दिल्ली में 6157 बेड रिजर्वः सरकारी और निजी अस्पतालों में दिल्ली सरकार की ओर से पहले से ही 6157 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखे गए हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अगर दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ते भी हैं तो फिलहाल पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं. कोरोना के किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती होने में कोई दिक्कत नहीं आएगी.

राहत की बात यह है कि दिल्ली में अभी तक कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 का कोई भी मरीज नहीं मिला है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि नए वेरिएंट के अभी तक केरल में जितने भी मामले मिले हैं उनमें से किसी मरीज में बहुत ज्यादा गंभीर संक्रमण देखने को नहीं मिला है. इसलिए इस वेरिएंट की वजह से कोरोना के मामले ज्यादा बढ़ेंगे, इसकी संभावना बहुत कम है.

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अब ऐसे मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग जांच करने के भी निर्देश दिए गए हैं. इस जांच में ही कोरोना के वेरिएंट का पता चलता है. इस जांच की सुविधा दिल्ली सरकार के लोकनायक अस्पताल और आईएलबीएस अस्पताल में उपलब्ध है.

किसी बड़े अस्पताल में कोरोना की कितनी बेड आरक्षित:

अस्पताल का नाम मरीजों के लिए बेड आरक्षित
लोकनायक अस्पताल355
जीटीबी अस्पताल300
राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल300
इंदिरा गांधी अस्पताल 1241
बाबासाहेब अंबेडकर अस्पताल 50
लेडी हार्डिंग अस्पताल 516
राम मनोहर लोहिया अस्पताल 405
सफदरजंग अस्पताल210
दीनदयाल उपाध्याय 50
आचार्य भिक्षु अस्पताल109
राजन बाबू इंस्टीट्यूट 50
आर्मी बेस हॉस्पिटल 44
नॉर्दर्न रेलवे हॉस्पिटल49
सेंट स्टीफन हॉस्पिटल 238
होली फैमिली हॉस्पिटल 100
वेंकटेश्वर हॉस्पिटल100
सर गंगाराम हॉस्पिटल56
विमहंस अस्पताल90
बीएलके अस्पताल 47

सरकारी और निजी अस्पतालों में आरक्षित बेड: दिल्ली कोरोना ऐप पर दी गई जानकारी के अनुसार, दिल्ली के 100 से ज्यादा सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 6157 बेड आरक्षित रखे गए हैं, जिनमें से 5753 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है. वहीं, 1434 आईसीयू बेड और 964 वेंटीलेटर बेड भी इन अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व हैं. मौजूदा समय में सिर्फ तीन बेड पर कोरोना के मरीज हैं. बाकी 6154 बेड खाली हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.