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वसंत कुंज स्थित ISIC हॉस्पिटल में हुई PC, लिगामेंट सर्जरी को लेकर दी गई ये जानकारी

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Published : Feb 16, 2023, 12:44 PM IST

वसंत कुंज स्थित ISIC हॉस्पिटल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में खिलाड़ियों के पैरों में आने वाली चोटों और लिगामेंट सर्जरी पर चर्चा की गई.

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जानकारी देते हुए ISIC हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और खिलाड़ी

नई दिल्ली: दिल्ली के वसंत कुंज स्थित इंडियन स्पाइनल इंज्रीज सेंटर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. दो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के पैरों में गंभीर चोटें होने के कारण प्रेस वार्ता आयोजित की गई थी. इसी बीच लिगामेंट पुनर्निर्माण सर्जरी को लेकर तमाम जानकारी दी गई. ISIC अत्याधुनिक सुविधाओं और उच्च स्तर के योग्य स्वास्थ्य चिकित्सकों के साथ खिलाड़ियों में जटिल चोटों पर सबसे तेज रिकवरी करने की विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराकर खेल कैरियर को बचाने में अहम भूमिका निभा रहा है.

मणिपुर निवासी राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल खिलाड़ी माधाबी पैर में गंभीर चोट के कारण अपना फुटबॉल करियर हमेशा के लिए खो देती हैं, लेकिन इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर (ISIC) में हाई-एंड ऑल-इनसाइड एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (ACL) पुनर्निर्माण सर्जरी ने उनके भविष्य को बचा लिया. एक खेल आयोजन के दौरान उनका दाहिना घुटना बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसका ठीक होना बहुत मुश्किल था.ऐसे में भारत की महत्वपूर्ण खिलाड़ी का भविष्य अंधेरे में था, जिसे आईएसआईसी ने सिर्फ 4 सप्ताह के समय में ठीक किया. वे भारत और विदेशों के 20 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों सहित लगभग 100 लोगों के साथ थीं. वहीं, अंतरराष्ट्रीय जूडो खिलाड़ी सरबजीत सिंह और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के नवीन, राष्ट्रीय ताइक्वांडो खिलाड़ी अंकित और बॉडी बिल्डर मंथन भी उन लोगों में शामिल है. जिनको पिछले 6-9 महीनों में एसीएल सर्जरी द्वारा ISIC ने भविष्य के अंधकार को उजाले में बदला है, जिन्हें गंभीर चोट आई. ISIC द्वारा सर्जरी व देखरेख के बाद यह सभी 3 महीने के भीतर ही अपने क्षेत्र में सेवा देने के लिए वापस आ गए.

ISIC के ऑर्थोपेडिक एंड ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन, डॉ विवेक महाजन ने बताया कि एक खिलाड़ी के चोटिल होने पर उसका पूरा खेल कैरियर दांव पर लग जाता है. ऐसे में दोबारा से उसे खेल की गतिविधियों में मैदान पर वापस आने के लिए जल्द ठीक होना बहुत आवश्यक है, लेकिन गंभीर चोट खेल कैरियर के लिए खतरा बनी रहती है. उन्होंने बताया कि हमने लगभग 25 पेशेवर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों का इलाज किया है, जो मुख्य रूप से जूडो, कुश्ती और फुटबॉल जैसे संपर्क कार्यक्रमों से जुड़े हैं‌. इसके अलावा भारतीय सेना और अन्य सशस्त्र बलों के लगभग 80 मरीजों को भी ठीक किया गया है. साथ ही कहा कि हमने आंतरिक ड्रेसिंग के साथ ऑल-इनसाइड एसीएल सर्जरी की है.

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उन्होंने कहा कि हमारा प्राथमिक उद्देश्य उन्हें खिलाड़ियों को जल्द से जल्द मैदान में वापस लाने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ हमारे विश्व स्तरीय पुनर्वास कार्यक्रम के साथ उन्नत सर्जरी को जोड़ना था. आमतौर पर गंभीर खेल चोटों वाले रोगियों को सर्जरी के बाद ठीक होने में 9-12 महीने लगते हैं. हम धातु के बिना उन्नत सर्जरी करते हैं, जिसमें समय लगता है और बाद के चरण में उन्हें हटाना भी आवश्यक होता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारे मास्टर डिग्री के साथ उच्च प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर है जो रोगियों को जल्द ठीक होने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

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