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देश में सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद, दिल्ली में भी सांसो पर प्रदूषण का पहरा

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Published : Oct 28, 2022, 11:18 AM IST

Updated : Oct 28, 2022, 11:55 AM IST

दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण स्तर में बेहद इजाफा देखने को मिला है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली का AQI 259 है, जो की 'खराब' श्रेणी में है. गाजियाबाद का लोनी का AQI 332 है जो कि 'अत्यंत खराब' श्रेणी में है.

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नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं. शुक्रवार को प्रदूषण के स्तर में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है. एनसीआर (Delhi pollution level rises) के कई इलाकों का प्रदूषण स्तर रेड जोन (Red Zone 300-400 AQI) में और डार्क रेड जोन (Dark Red Zone 400-500 AQI) में दर्ज किया गया है. 5:00 सुबह एनसीआर के कई इलाकों धुंध की चादर भी देखने को मिली है. प्रदूषण में हुई बढ़ोतरी के कारण लोगों को स्वास्थ संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिन इलाक़ों में प्रदूषण का स्तर 400 के पार है, वहां लोगों को आंखों में जलन महसूस करनी पड़ रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक गाज़ियाबाद आज देश में सबसे प्रदूषित शहर है.


दिल्ली के अलीपुर, शादीपुर, एनएसआईटी द्वारका, आईटीओ, सीरीफोर्ट, आरके पुरम, पंजाबी बाग, नेहरू नगर, द्वारका सेक्टर 8, पटपड़गंज, अशोक विहार, सोनिया विहार, नरेला, ओखला फेस टू, वजीरपुर, बवाना, पूसा और मुंडका इलाके का प्रदूषण स्तर रेड जोन में दर्ज किया गया है जबकि दिल्ली के आनंद विहार और जहांगीरपुरी इलाके का प्रदूषण स्तर डार्क रेड जोन में है. वहीं गाज़ियाबाद के लोनी इलाके का प्रदूषण स्तर डार्क रेड जोन में दर्ज किया गया है.

इलाका AQI
आरके पुरम 342
सिरी फोर्ट 330
आईटीओ, दिल्ली 345
पूसा, दिल्ली 307
नेहरू नगर, दिल्ली 356
अशोक विहार, दिल्ली 375
लोनी, गाज़ियाबाद 405
इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद 386
सेक्टर 62, नोएडा 375
सेक्टर 125, नोएडा 342
सेक्टर 116, नोएडा 342
अलीपुर, दिल्ली 364
पंजाबी बाग, दिल्ली 370

भारत सरकार के उपक्रम सफर एप्लीकेशन के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, आज राजधानी दिल्ली के अंदर प्रदूषण के मद्देनजर एयर क्वालिटी इंडेक्स 329 दर्ज किया है. जो बेहद खतरनाक हैं. जिसको लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है कि जिन भी लोगों को दिल और फेफड़ों से संबंधित बीमारी है वह अपने घरों से बाहर ना निकले और साथ ही बच्चों और बुजुर्गों को सुबह शाम घर से बाहर निकलकर पार्क में टहलने के लिए भी मना किया गया है. सांस और दमे की बीमारी से जूझ रहे लोगों को भी तमाम सावधानियां बरतने की सलाह केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी की गई है.

यमुना की बदहाल स्थिति और बढ़ते हुए प्रदूषण के स्तर को लेकर दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी को किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद भयावह बनाया और हर जगह का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार है, जो बेहद चिंताजनक है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में बीजेपी शासित एमसीडी द्वारा बनाए गए बड़े-बड़े 3 लैंडफिल साइट पर ठीकरा फोड़ा गया है. जबकि बीजेपी नेताओं द्वारा लगातार यमुना बड़े प्रदूषण को लेकर केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है कि बीते 8 साल के अपने कार्यकाल में अरविंद केजरीवाल ने यमुना की सफाई के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया.


एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.

घर पर तैयार करें कॉटन मास्क:- जो लोग अधिकतर समय खुले में बिताते हैं उन्हें प्रदूषण काफी नुकसान पहुंचाता है. ऐसे में प्रदूषण से बचने के लिए उपाय करना भी बेहद जरूरी है. खुले भी अधिकतर समय बिताने वाले लोग घर में कॉटन का 4 लेयर का मास्क तैयार कर सकते हैं. जिसे गीला करके वह अपने चेहरे पर लगा सकते हैं. जिससे कि पार्टिकुलेट मैटर सास के रास्ते शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं. गीला होने के चलते पार्टिकुलेट मैटर मास्क में चिपक जाते हैं. हालांकि मार्च को समय-समय पर धोने की आवश्यकता होती है.

बाहर निकलने से करें परहेज:- सुबह और शाम लोग टहलने जाते हैं. खासकर बुजुर्ग और बच्चे शाम के वक्त पार्कों में दिखाई देते हैं. प्रदूषण से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्ग और बच्चों को होता है. जब प्रदूषण का स्तर सामान्य से काफी अधिक हो तो घर के बाहर जाने से बचें. खासकर वह लोग जिन की प्रतिरोधक क्षमता कम है. बच्चों और बुजुर्गों को भी बाहर जाने से परहेज करना चाहिए. एक्सरसाइज आदि भी घर के अंदर करें.

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Last Updated : Oct 28, 2022, 11:55 AM IST
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