नई दिल्ली : अमृतसर गोल्डन टेंपल से शताब्दी ट्रेन में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे एक परिवार का बैग खो गया. सामान से भरा बैग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के मैनेजर राकेश शर्मा को मिला तो उन्होंने उसके मालिक की तलाश शुरू की. 1 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने आखिरकार सामान के मालिक को तलाश लिया. जब उन्होंने कॉल करके परिवार को बताया कि उनका सामान मिल गया है तो परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं रहा. राकेश शर्मा की ईमानदारी और मेहनत के लिए न सिर्फ परिवार ने शुक्रिया अदा किया, बल्कि उन्हें सैल्यूट भी किया.
सूरत के रहने वाले केतन जवेहरी पत्नी के साथ गोल्डन टेंपल अमृतसर गए थे. रविवार को वह शताब्दी ट्रेन से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे. इस दौरान उनका एक बैग नहीं मिला. वह बहुत परेशान हुए उन्होंने अमृतसर के उस होटल में भी फोन किया जहां पर वह ठहरे हुए थे, लेकिन वहां पर उनका बैग नहीं छूटा था. रेलवे स्टाफ को शताब्दी ट्रेन में बैग मिला. यह बैग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के स्टेशन मैनेजर राकेश शर्मा के पास पहुंचा. शर्मा अक्सर जहां पर सामान मिलता है उस सीट के आसपास की सीट के पीएनआर से मोबाइल नंबर निकालकर यात्रियों से पूछते हैं कि उनका कोई सामान तो नहीं छूटा है. इस तरह वह यात्रियों को तलाश कर उनका सामान वापस करते हैं.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के मैनेजर राकेश शर्मा बने एक मिसालः केतन का सामान गलत जगह रखा था, ऐसे में पीएनआर नंबर से मदद नहीं मिल सकी. राकेश शर्मा ने बैग खोला तो उसमें एक पर्चा मिला. जिस पर होटल का नंबर लिखा था. उन्होंने उस होटल पर कॉल कर पूछा कि उनके यहां केतन नाम से कोई रुके थे क्या. इसके बाद उन्होंने होटल से केतन का नंबर लिया और कॉल कर उन्हें बताया कि उनका बैग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सुरक्षित रखा है. वह आकर ले सकते हैं. इसके बाद केतन अपनी पत्नी के साथ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मैनेजर राकेश शर्मा के पास मिले और अपना बैग सुरक्षित लिया. केतन शर्मा ने कहा कि उनकी पत्नी और वह बहुत परेशान हो गए. वह बैग मिलने की उम्मीद खो चुके थे, लेकिन शर्मा ने उन्हें कॉल कर बताया कि उनका बैग सुरक्षित है तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
एक हफ्ते में स्मार्ट वॉच के मालिक को तलाश कर लौटया : कुछ दिन पहले राकेश शर्मा को ट्रेन में एप्पल की स्मार्ट वॉच मिली थी. उन्होंने काफी तलाश की. दर्जनों पीएनआर नंबर से मोबाइल नंबर पर कॉल किया, लेकिन स्मार्ट वॉच के असली मालिक का पता नहीं लग पा रहा था. उन्होंने ट्रेन की दो कोच के सभी पीएनआर से मोबाइल नंबर निकालकर 100 से अधिक लोगों को स्मार्ट वॉच मिलने की जानकारी एसएमएस की. वॉच के असली मालिक शुभम को इस तरह वॉच मिल गई.
929 यात्रियों का सामान वापस कर चुके हैं : राकेश शर्मा 2016 से इस नेक कार्य में लगे हैं. उनका कहना है कि लोगों का सामान उन्हें तलाश कर वापस करने में दिल को खुशी मिलती है. इससे रेलवे के प्रति यात्रियों में अच्छी छवि बनती है. इस नेक कार्य में रेलवे के सभी विभागों के लोग यात्रियों को तलाशने में मदद करते हैं. अब तक वह 929 लोगों को उनका समान वापस कर चुके हैं.
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