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Action on Coaching Centres: MCD ने कसी कमर, नियमों का उल्लघंन करनेवाले कोचिंग सेंटर होंगे सील

राजधानी दिल्ली के मुखर्जी नगर के एक कोचिंग सेंटर में लगी आग की घटना के बाद सरकार एक्टिव हो गई है. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने राजधानी में अवैध तरीके से चल रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मूड में है. नियमों का उल्लंघन कर रहे कोचिंग सेंटर को सील किया जाएगा.

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Published : Jun 18, 2023, 11:58 AM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से पनप रहे कोचिंग सेंटर छात्रों से जहां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने की आड़ में मोटी रकम वसूल रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ इन्हीं कोचिंग सेंटर में बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. मुखर्जी नगर के एक कोचिंग सेंटर में आग का मामला एक बड़ी चूक है. हालांकि, फिर भी दिल्ली के कोने-कोने में अवैध कोचिंग सेंटर के संचालन की रफ्तार दिन पर दिन बढ़ रही है. इन कोचिंग सेंटर के नियमन के लिए शिक्षा विभाग और कोचिंग सेंटर का मामला कोर्ट में है.

वहीं, दूसरी तरफ इन कोचिंग सेंटर में नियमों की अनदेखी के कारण छात्रों की जान पर हमेशा खतरा बना रहता है. हाल में मुखर्जी नगर में आग वाली घटना के बाद से यह सवाल उठने लगे हैं कि ऐसे कोचिंग सेंटर पर लगाम क्यों नहीं लगाई जाती. दिल्ली सरकार, एमसीडी कोई कारवाई क्यों नहीं करती. यहां आपको बताते चले कि अब एमसीडी ने अपनी कमर कस ली है और संकेत दिए हैं कि अब जहां नियमों की अनदेखी हो रही है, वह कोचिंग सेंटर बंद किए जायेंगे. आइए जानते हैं किस नियम की अवहेलना पर बंद होंगे संस्थान.

मास्टर प्लान 2021 की हो रही अवहेलना
एमसीडी में 'आप' की सरकार है. मुखर्जी नगर में आग की घटना के बाद एमसीडी ने अपने कड़े तेवर दिखाने के संकेत दिए हैं. एमसीडी अब उन कोचिंग सेंटर पर लगाम कसने की तैयारी कर रही है, जहां मास्टर प्लान 2021 की अवहेलना हो रही है. एमसीडी के अनुसार, मास्टर प्लान 2021 के तहत डेवेलपमेंट एरिया में कोचिंग सेंटर खोलने के लिए सड़क की चौड़ाई 18 मीटर और क्लस्टर कॉलोनी, कच्ची कॉलोनी में 9 मीटर सड़क की चौड़ाई होनी चाहिए. अगर यह नियम नहीं माने गए हैं तो कोचिंग सेंटर नहीं खोले जाएंगे.

शुरू होगा चेकिंग अभियान
एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, लक्ष्मी नगर, पांडव नगर, कृति नगर, मुखर्जी नगर, जेएनयू, जामिया, माल रोड जैसी जगह पर काफी संख्या में कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली के कोने कोने में छोटे और बड़े कोचिंग सेंटर हैं. एमसीडी अब मास्टर प्लान 2021 के नियमों के तहत चेकिंग अभियान शुरू कर रही है. दिल्ली में जहां जहां मास्टर प्लान 2021 के तहत नियमों की अनदेखी हैं वहां ताला लगाया जाएगा.

जानें कोचिंग सेंटर के लिए क्या कहता है मास्टर प्लान
जानें कोचिंग सेंटर के लिए क्या कहता है मास्टर प्लान

छात्र संगठनों के द्वारा प्रदर्शन
नियमों की अनदेखी करने वाले कोचिंग सेंटर पर कारवाई करने के लिए एसएफआई और दिल्ली विश्व विद्यालय के अन्य छात्र संगटन ने मुखर्जी नगर इलाके में विरोध प्रदर्शन किया. छात्र संगटन का कहना है कि मुखर्जी नगर में जिस कोचिंग सेंटर में आग लगी, तत्काल इसे और अन्य संस्थान जो नियमों की अनदेखी कर रहे हैं, उन्हें तत्काल रूप से बंद कर देना चाहिए.

ये भी पढ़ेंः Mukherjee Nagar: बिना पंजीकरण अवैध तरीके से चल रहे कई कोचिंग सेंटर, सुरक्षा मानकों का नहीं रखते ध्यान

ये भी पढे़ंः Mukherjee Nagar Fire: मुखर्जी नगर के कोचिंग सेंटर में आग लगने से मची भगदड़, 25 छात्र घायल

ये भी पढ़ेंः कांग्रेस ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर साधा निशाना, केजरीवाल को बताया मुखर्जी नगर में लगी आग का जिम्मेदार

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से पनप रहे कोचिंग सेंटर छात्रों से जहां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने की आड़ में मोटी रकम वसूल रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ इन्हीं कोचिंग सेंटर में बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. मुखर्जी नगर के एक कोचिंग सेंटर में आग का मामला एक बड़ी चूक है. हालांकि, फिर भी दिल्ली के कोने-कोने में अवैध कोचिंग सेंटर के संचालन की रफ्तार दिन पर दिन बढ़ रही है. इन कोचिंग सेंटर के नियमन के लिए शिक्षा विभाग और कोचिंग सेंटर का मामला कोर्ट में है.

वहीं, दूसरी तरफ इन कोचिंग सेंटर में नियमों की अनदेखी के कारण छात्रों की जान पर हमेशा खतरा बना रहता है. हाल में मुखर्जी नगर में आग वाली घटना के बाद से यह सवाल उठने लगे हैं कि ऐसे कोचिंग सेंटर पर लगाम क्यों नहीं लगाई जाती. दिल्ली सरकार, एमसीडी कोई कारवाई क्यों नहीं करती. यहां आपको बताते चले कि अब एमसीडी ने अपनी कमर कस ली है और संकेत दिए हैं कि अब जहां नियमों की अनदेखी हो रही है, वह कोचिंग सेंटर बंद किए जायेंगे. आइए जानते हैं किस नियम की अवहेलना पर बंद होंगे संस्थान.

मास्टर प्लान 2021 की हो रही अवहेलना
एमसीडी में 'आप' की सरकार है. मुखर्जी नगर में आग की घटना के बाद एमसीडी ने अपने कड़े तेवर दिखाने के संकेत दिए हैं. एमसीडी अब उन कोचिंग सेंटर पर लगाम कसने की तैयारी कर रही है, जहां मास्टर प्लान 2021 की अवहेलना हो रही है. एमसीडी के अनुसार, मास्टर प्लान 2021 के तहत डेवेलपमेंट एरिया में कोचिंग सेंटर खोलने के लिए सड़क की चौड़ाई 18 मीटर और क्लस्टर कॉलोनी, कच्ची कॉलोनी में 9 मीटर सड़क की चौड़ाई होनी चाहिए. अगर यह नियम नहीं माने गए हैं तो कोचिंग सेंटर नहीं खोले जाएंगे.

शुरू होगा चेकिंग अभियान
एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, लक्ष्मी नगर, पांडव नगर, कृति नगर, मुखर्जी नगर, जेएनयू, जामिया, माल रोड जैसी जगह पर काफी संख्या में कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली के कोने कोने में छोटे और बड़े कोचिंग सेंटर हैं. एमसीडी अब मास्टर प्लान 2021 के नियमों के तहत चेकिंग अभियान शुरू कर रही है. दिल्ली में जहां जहां मास्टर प्लान 2021 के तहत नियमों की अनदेखी हैं वहां ताला लगाया जाएगा.

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छात्र संगठनों के द्वारा प्रदर्शन
नियमों की अनदेखी करने वाले कोचिंग सेंटर पर कारवाई करने के लिए एसएफआई और दिल्ली विश्व विद्यालय के अन्य छात्र संगटन ने मुखर्जी नगर इलाके में विरोध प्रदर्शन किया. छात्र संगटन का कहना है कि मुखर्जी नगर में जिस कोचिंग सेंटर में आग लगी, तत्काल इसे और अन्य संस्थान जो नियमों की अनदेखी कर रहे हैं, उन्हें तत्काल रूप से बंद कर देना चाहिए.

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