नई दिल्ली: दिल्ली सरकार में श्रम मंत्री राजकुमार आनंद इन दिनों विभिन्न सरकारी कार्यालयों में जाकर औचक निरीक्षण कर रहे हैं. इस दौरान कोताही बरतने वाले अधिकारियों को सुधरने की नसीहत भी दे रहे हैं. उन्होंने ओमेक्स मॉल निर्माण स्थल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अपने बीच अचानक मंत्री को पाकर कर्मचारी हक्के-बक्के नजर आए. यहां काम करने वाले मजदूरों से मंत्री ने पूछा कि कितनी दिहाड़ी मिलती है. जवाब में मजदूरों ने कहा कि 8 घंटे का 600 रुपये . इस पर मंत्री ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. मंत्री ने निरीक्षण के दौरान ओमेक्स मॉल में कई कमियां पाई, जिस पर संज्ञान लेते हुए उन्होंने मौके पर मौजूद जिम्मेदार लोगों को फटकार भी लगाई.
मजदूर से बोले पंजीकरण करवा लो: मंत्री राजकुमार आनंद ने कहा कि बिहार, यूपी, मध्यप्रदेश या किसी भी राज्य से आकर आप यहां मजदूरी कर रहे हैं, तो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना होगा. अगर आपको काम के दौरान कुछ होता है तो केजरीवाल सरकार आपको 10 से 12 लाख रुपए का मुआवजा देगी. साथ ही आपके बच्चों को मुफ्त में शिक्षा और भी कई योजनाएं देगी, जिसका लाभ उठाना चाहिए. मंत्री ने कहा कि आप किसी भी साइट पर काम करते हुए अगर 90 दिन हो गए हैं तो आप लेबर कार्ड के लिए पंजीकरण करा लें.
ये भी पढ़ें: Covid warriors: दिल्ली सरकार ने दिवंगत कोरोना योद्धा जगराम के परिवार को सौंपा एक करोड़ का चेक
अधिकारियों को मंत्री का सख्त निर्देश: मंत्री ने अपने तेवर दिखाते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि यहां पर मजदूरों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. दिल्ली में मजदूरों का गला घोंट कर बिल्डिंग नहीं बनाई जा रही है. मजदूरों ने सेफ्टी शूज नहीं पहने हैं. मजदूरों के लिए न कैंटीन है, न एंबुलेंस हैं न ही फर्स्ट एड किट है. मंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों से एक पूर्ण रिपोर्ट बनाकर देने के लिए कहा है. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में श्रमिक-मजदूरों के बेहतर भविष्य के लिए लगातार प्रयासरत है.
ये भी पढ़ें: खालिस्तानी आतंकी नेटवर्क बनाने के लिए विदेशी आकाओं का करते हैं इस्तेमाल: खुफिया रिपोर्ट