नई दिल्ली: यूपी के मुजफ्फरनगर में एक प्राइवेट स्कूल में मुस्लिम बच्चे की पिटाई पर राजनीति गरमा गई है. इस मुद्दे पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. स्थानीय प्रशासन जांच की बात कह रही है. वहीं, विपक्षी नेता इस मुद्दे को उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से जोड़कर सवाल खड़े कर रहे हैं.
सोशल मीडिया भी स्कूल में बच्चे को मुस्लिम कहकर संबोधित करने और अन्य दूसरे सहपाठियों से थप्पड़ लगवाने की घटना पर आरोपी शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग हो रही है. मुजफ्फरनगर की घटना को लेकर दिल्ली में स्थित यूपी भवन के बाहर क्रांतिकारी युवा संगठन के लोगों ने प्रदर्शन किया है. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी देखी गई.
भारी संख्या में क्रांतिकारी युवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश भवन के बाहर प्रदर्शन किया. सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है. दिल्ली पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच कई बार धक्का-मुक्की देखने को मिली.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के स्कूल में हुई इस घटना को लेकर ट्विटर पर भी कई लोगों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. ट्विटर पर शिक्षिका के अरेस्ट किए जाने की मांग लगातार ट्रेंड कर रही है. इस घटना को लेकर राहुल गांधी, अखिलेश यादव, असदुद्दीन ओवैसी समेत कई नेताओं ने हमला बोला है. विपक्षी नेताओं ने सांप्रदायिक नीति का परिणाम इसे करार दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इसे सांप्रदायिक राजनीति से जोड़ा है. लखनऊ से दिल्ली तक मुद्दे को लेकर राजनीति गरमाई हुई है.
यह है पूरा मामला: यूपी के मुजफ्फरनगर में शिक्षिका की मौजूदगी में क्लासरूम में एक मुश्लिम छात्र को थप्पड़ मारा जा रहा है. होमवर्क नहीं करने पर उसे शिक्षिका के कहने पर यह सजा दी गई.
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