नई दिल्ली: बीते हफ्ते से सोने चांदी के दाम में लगातार गिरावट देखी गई थी, लेकिन अब इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग का असर भारतीय सर्राफा बाजार में दिखने लगा है. युद्ध की वजह से सोने और चांदी के भाव में तेजी आने लगी है. ग्लोबलाइजेशन के दौर में किसी भी देश में होने वाली पॉजिटिव और नेगेटिव गतिविधियों का असर अन्य देशों पर असर डालता है. रूस और यूक्रेन के बीच जारी लड़ाई के दौरान किसी तरह मार्केट स्थिर होने लगा था, लेकिन अब इजराइल और हमास युद्ध ने सोने-चांदी की कीमतों में फिर से उछाल ला दिया है.
चांदनी चौक में दरीबा व्यापार मंडल के जनरल सेक्रेटरी मनीष वर्मा ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि मंगलवार को सोने के 22 कैरेट और 24 कैरेट के भाव में 200 से 370 रुपये तक की बढ़त (प्रति 10 ग्राम) देखने को मिली. 22 कैरेट सोना 53,600 रुपये और 24 कैरेट सोना 58,500 रुपये के ऊपर रहा. वहीं चांदी भी 72,600 रुपये किलो के आसपास रही. आने वाले दिनों में धनतेरस और दिवाली का त्योहार आ रहा है. ग्राहकों का अनुमान था की त्यौहारों तक सोने का दाम और काम हो जाएगा, लेकिन अब इसके और बढ़ने के आसार जताए जा रहे हैं. पितृपक्ष के कारण बाजार में वैसे ही ग्राहक नहीं आ रहे थे. हालांकि नवरात्रि में बाजार अच्छा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
एक गोल्ड ज्वेलरी विक्रेता अमन ने बताया कि मार्केट में सोने की मांग और सप्लाई के आधार पर भी रेट तय होते हैं. डिमांड में तेजी आएगी, तो रेट बढ़ेगा. युद्ध से शेयर बाजार गिरा है, तो निवेशक फिर से सोने की ओर मूव हुए हैं. इन्वेस्टर्स के लिए गोल्ड में निवेश सुरक्षित होता है. इजराइल और हमास एक दूसरे पर हमला बोल रहे हैं. इसका असर सोने और चांदी की कीमतों पर दिखा है. अगर दाम 1-2 प्रतिशत ऊपर-नीचे होता है, तो 500 से 600 रुपये का फर्क आ जाता है. ग्राहक और निवेशक युद्ध के शुरुआती दिनों में आशंकित होता है. रूस और यूक्रेन की लड़ाई की शुरुआत में भी शेयर बाजार गिरा था और सोने-चांदी के भाव में इजाफा हुआ था.
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