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DCW की रिपोर्ट में हुआ खुलासा, दिल्ली में महिलाएं सबसे ज्यादा घरेलू हिंसा की शिकार

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Published : Aug 12, 2023, 6:04 PM IST

Updated : Aug 12, 2023, 11:03 PM IST

DCW chairperson Swati Maliwal
DCW chairperson Swati Maliwal

दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा है कि आयोग के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ा है. ये बात उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताई. इसके अलावा उन्होंने अन्य कई जानकारियां भी दीं. आइए जानते हैं विस्तार से..

डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष स्वाति मालिवाल से बातचीत

नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने शनिवार को 'हेल्पलाइन 181' के संदर्भ में वार्षिक रिपोर्ट जारी की. इस दौरान डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ईटीवी भारत को बताया कि जुलाई 2022 से जून 2023 के बीच 181 टोल-फ्री वुमेन हेल्पलाइन पर 6,30,288 कॉल रिसीव हुई. इसमें 92,004 यूनिक केस और 11,187 दूसरे राज्यों से जुड़े केस रिपोर्ट हुए. डेटा की मानें तो सबसे ज्यादा 38,342 शिकायतें घरेलू हिंसा की थी. इसके अलावा पड़ोसियों से झगड़े की 9,516 शिकायत, रेप और यौन उत्पीड़न की 5,895 शिकायत, पॉक्सो मामले में 3,647 शिकायत, किडनैपिंग की 4,229 शिकायत, साइबर क्राइम की 3,558 शिकायत, वरिष्ठ नागरिकों द्वारा 3,144 शिकायत और गुमशुदगी की 1,552 शिकायत मिली.

आयोग के प्रति बढ़ा भरोसा: स्वाति मालीवाल ने बताया कि डीसीडब्ल्यू के प्रति भरोसा बढ़ा है, यही वजह है कि अब महिलाएं और पीड़ित 'हेल्पलाइन 181' का यूज कर रही हैं. कमिशन की ओर से हर संभव मदद की जा रही है. शिकायत मिलने पर डीसीडब्ल्यू की टीम, मौके पर जाकर पीड़ित से मुलाकात करती है और जरूरत पड़ने पर पुलिस स्टेशन और हॉस्पिटल तक ले जाती है. साथ ही पीड़िताओं की काउंसिल भी की जाती है. हेल्पलाइन के लिए 40 से अधिक लोगों की टीम है, जो दिन-रात काम करती है. वहीं 100 से अधिक ग्राउंड काउंसलर भी हैं.

इन मामलों की मिली शिकायतें
इन मामलों की मिली शिकायतें

ऐसे की जाती है मदद: उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों में देखा जाता है कि 181 हेल्पलाइन पर पीड़िता की बात सुनकर, संबंधित विभाग को फॉरवर्ड कर कर दिया जाता है, जबकि डीसीडब्ल्यू आगे बढ़कर मदद करता है और महिलाओं से मुलाकात करता है. तभी दिल्ली में कॉल्स की संख्या बढ़ी हैं. सभी कॉल्स को उसकी गंभीरता के हिसाब से ऑपरेट किया जाता है. जैसे ही हेल्पलाइन काउंसलर को किसी संकटग्रस्त महिला या लड़की का कॉल आता है, वह काउंसलिंग शुरू कर देती है और कॉल करने वाले की पूरी सहायता करती है. यदि तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है तो हेल्पलाइन टीम इन शिकायतों को आयोग के मोबाइल हेल्पलाइन कार्यक्रम में भेजती है.

दी जाती है जानकारी भी: इसके बाद मौके पर पहुंचने और पीड़ित की सहायता करने के लिए परामर्शदाताओं की एक टीम भेजी जाती है. यदि शिकायतकर्ता को पुलिस सहायता या एम्बुलेंस की आवश्यकता होती है, तो कॉल काउंसलर पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचित करता है और उसके काउंसलर के लिए एक पीसीआर वैन की व्यवस्था करता है. आवश्यकता होने पर पीड़ित को एम्बुलेंस सेवा भेजी जाती है. 181 महिला हेल्पलाइन उन लोगों की भी मदद करती है, जो महिलाओं और लड़कियों के लिए उपलब्ध विभिन्न सहायता सेवाओं और सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी चाहते हैं.

शिकायतों को लेकर मिली कॉल की जानकारी
शिकायतों को लेकर मिली कॉल की जानकारी

अन्य राज्यों से भी मिली शिकायतें: जानकारी के अनुसार, दिल्ली महिला आयोग को पिछले एक साल (जुलाई 2022-जून 2023) में 181 महिला हेल्पलाइन पर 6 लाख से अधिक कॉल (6,30,288) प्राप्त हुई, जिसके माध्यम से आयोग की 181 हेल्पलाइन पर 92,004 शिकायत दर्ज की गई हैं. आयोग को अन्य राज्यों से भी 11,000 से अधिक शिकायतों की जानकारी मिली है. विभिन्न प्रकार की शिकायतों में दहेज उत्पीड़न की 2,278 शिकायत, चिकित्सा में लापरवाही की 790 शिकायत, तस्करी की 40 शिकायत, बाल विवाह की 69 शिकायत, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की 67 शिकायत, बाल श्रम की 66 शिकायत, अवैध शराब और नशीली दवाओं से जुड़ी 63 शिकायत, ऑनर किलिंग की 54 शिकायत एवं अन्य कई तरह की शिकायतें प्राप्त हुई हैं.

सबसे अधिक शिकायतें नरेला से: इसके अलावा आयोग को सेवा संबंधी 1,319 शिकायतें, संपत्ति विवाद की 421 शिकायतें, पुलिस उत्पीड़न की 354 शिकायतें, आश्रय गृहों के 348 अनुरोध, महिलाओं पर खतरनाक हमले की 298 शिकायतें और चोरी की 235 शिकायतें भी प्राप्त हुई हैं. आयोग को ट्रांसजेंडरों से 58 और पुरुषों से 137 भी शिकायतें मिली हैं. वहीं क्षेत्र की बात की जाए तो आयोग को सबसे ज्यादा शिकायतें दिल्ली के नरेला इलाके से मिली, जिनकी संख्या 2,976 इतनी है. इसके बाद भलस्वा डेयरी इलाके से 1,651 शिकायतें, बुराड़ी इलाके से 1,523, कल्याणपुरी से 1,371 शिकायतें और जहांगीरपुरी इलाके से 1,221 शिकायतें मिली.

उधर बलात्कार और यौन उत्पीड़न की शिकायत सामने आने में शीर्ष पांच स्थानों की भी जानकारी सामने आई है. इसमें बुराड़ी से 175 शिकायतें, नरेला से 167 शिकायतें, गोविंदपुरी से 105 शिकायतें, उत्तम नगर से 89 शिकायतें और सुल्तानपुरी इलाके से 86 शिकायतें सामने आई. वहीं 181 वुमेन हेल्पलाइन पर प्राप्त पॉक्सो के शिकायतों के संबंध में शीर्ष पांच क्षेत्रों में नरेला (141 शिकायत), भलस्वा डेयरी (91 शिकायत), समयपुर बादली (71 शिकायत), प्रेम नगर (68 शिकायत) और निहाल विहार (66 शिकायत) है.

2022 में मिली सबसे अधिक शिकायते: वहीं अपहरण की सबसे ज्यादा शिकायतें नरेला में सामने आई, जिनकी संख्या 209 है. इसके बाद भलस्वा डेयरी से 106, बुराड़ी से 75, बवाना से 71 और संगम विहार से 63 अपहरण की शिकायतें सामने आई. उधर घरेलू हिंसा की शिकायतों में कल्याणपुरी से 769, बुराड़ी से 709, रणहौला से 685 और भलस्वा डेयरी इलाके से 673 और नरेला से 590 शिकायतें सामने आईं. साल 2022 में आयोग को सबसे अधिक मामलों की शिकायत जुलाई (10,442 शिकायतें) में मिली और सबसे कम शिकायत जनवरी 2023 (3,894) में मिली. यदि शिकायत मिलने के साप्ताहिक रुझान को देखें, तो सबसे अधिक शिकायतें सोमवार को प्राप्त हुए, जबकि रविवार को सबसे कम शिकायत मिली.

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90 वर्ष की महिलाओं से भी मिली शिकायतें: इसके अलावा दैनिक औसत पर, अधिकांश कॉल दोपहर 12.00 बजे से शाम 5.00 बजे के बीच प्राप्त हुई, जबकि सबसे कम शिकायतें आधी रात के दौरान रिपोर्ट की गईं. आयोग को सर्वाधिक 41.5% (38,140) शिकायत 21-31 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं से प्राप्त हुई. इसके बाद 31-40 आयु वर्ग से 21.8% (20,058), 11-20 आयु वर्ग से 18.41% (16,939) और 41-50 वर्ष आयु वर्ग से 7.26% (6,686) शिकायत मिली. आयोग को 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र से लगभग 4% (3,735) शिकायत मिली, जिनमें 90 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के 40 की शिकायतें शामिल हैं.

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Last Updated :Aug 12, 2023, 11:03 PM IST
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