ETV Bharat / state

Corona Testing Machine: इस मशीन से 20 सेकंड में मिल जाएगी कोरोना जांच रिपोर्ट, मेडिकल वेस्ट भी नहीं निकलेगा

author img

By

Published : Apr 1, 2023, 10:29 PM IST

Etv Bharat
Etv Bharat

कनाडा की टेक्नो स्कैन कंपनी ने एक ऐसी मशीन तैयार की है जिससे मात्र 20 सेकंड में कोरोना संक्रमण होने की जानकारी मिल जाएगी. इस मशीन का आकार प्रिंटर के जैसा है. यह मशीन व्यक्ति के वोलेटाइल आर्गेनिक कंपाउंड (वीओसी) के जरिये ब्रेथ एनालिसिस (सांस की जांच) करके कोरोना संक्रमण का पता लगा लेती है.

नई दिल्ली: राजधानी में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं. लेकिन कोरोना जांच काफी कम हो रही है. अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लक्षण होने के बावजूद लोग अस्पताल में जाकर जांच कराने से बचते हैं. इस समस्या का समाधान कनाडा की टेक्नो स्कैन कंपनी ने निकाला है. कंपनी ने एक ऐसी आटोमेटिक टेस्टिंग मशीन (एटीएम) तैयार की है, जिससे मात्र 20 सेकंड में पता लग सकेगा कि आप कोरोना संक्रमित हैं या नहीं. प्रिंटर के आकार की यह मशीन कहीं भी लगाकर बड़ी संख्या में लोगों की कोरोना जांच कर सकती है. यह मशीन व्यक्ति के वोलेटाइल आर्गेनिक कंपाउंड (वीओसी) के जरिये ब्रेथ एनालिसिस (सांस की जांच) करके कोरोना संक्रमण का पता लगा लेती है.

भारत में टेक्नो स्कैन की सेल्स पार्टनर कंपनी अनिका स्टरिलिस प्राइवेट लिमिटेड के एमडी हेमंत कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के जांच की इस तकनीक को सिर्फ यही कंपनी इस्तेमाल कर रही है. इसे अभी आइसीएमआर का अप्रूवल नहीं मिला है. हालांकि दुनिया के कई अन्य देशों के मेडिकल विभाग ने इसे अप्रूव कर दिया है. हेमंत ने बताया कि विशाखापट्टनम के मेडिकल हब में कंपनी ने इन मशीनों के उत्पादन के लिए यूनिट लगा दी है. जल्द ही उत्पादन शुरू किया जाएगा.

ऐसे लिया जाता है सैंपल: संक्रमण होने पर शरीर के मेटाबॉलिज्म में कुछ वीओसी विकसित होते हैं. इन्हीं वीओसी को खोजकर पता लगाया जाता है कि व्यक्ति संक्रमित है या नहीं. जांच के लिए कोटेड स्टरलाइज्ड सैंपल कार्ड पर व्यक्ति को 10 बार तेज-तेज फूंक मारकर सैंपल लिया जाता है. फिर इस कार्ड को कोविड-19 डिटेक्टर मशीन के हीटेड डिजार्बर में डाला जाता है. व्यक्ति में कोरोना से संबंधित वीओसी की जरा सी भी मात्रा विकसित हुई है तो यह मशीन उसे पकड़ लेती है. इस मशीन से 20 सेकंड में जांच रिपोर्ट मिल जाएगी.

ये भी पढे़ंः पीएम का अनपढ़ होना गुनाह नहीं, लेकिन नाली की गैस से चाय बनाने का उदाहरण कहां तक उचितः केजरीवाल

मेडिकल वेस्ट नहीं निकलता हैः कोरोना की सामान्य किट से या लैब में जांच करने पर मेडिकल वेस्ट निकलता है. इस तकनीक से जांच करने पर मेडिकल वेस्ट भी नहीं निकलता है. हर मशीन के साथ एक हजार कोटेड स्टरलाइज्ड सैंपल कार्ड दिए जाते हैं. हर बार इस्तेमाल करने के बाद सैंपल कार्ड स्टरलाइजेशन यूनिट में स्टरलाइज किया जाता है. यह कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है. जांच रिपोर्ट को टू-डी व थ्री डी ग्राफिक डिस्प्ले और टेबल के रूप में भी प्राप्त किया जा सकता है. इसका प्रिंट भी निकाला जा सकता है. यह मशीन 15 साल तक काम कर सकती है.

ये भी पढे़ं- Rain In Delhi: तेज हवाओं के साथ तेज बारिश शुरू, सड़कों पर हुआ जलभराव

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.