नई दिल्ली: चांदनी चौक (Chandni Chowk) की शानदार और विश्व प्रसिद्ध छुन्नामल हवेली (Chhunnamal Haveli) सुर्खियों में है. कारण है, इसे बेचे जाने को लेकर हो रही बातें. जिसके लिए एक वेबसाइट भी बनाई गई है. मुगलों के राज में बनी इस निजी हवेली को क्या वाकई बेचा जा रहा है! ईटीवी भारत ने इसकी पड़ताल की.
चांदनी चौक मार्केट की मुख्य सड़क पर बनी यह हवेली किसी जमाने में दिल्ली शहर की शान और शौकत की पहचान हुआ करती थी. आज यहां देश विदेश से पर्यटक घूमने आते हैं. कुल 130 कमरों की इस हवेली में प्रसाद और मोहन फैमिली का मुख्य हिस्सा है. ये छुन्नामल के वंशज (Descendants) हैं. बीते साल तक हवेली के शेयर होल्डर अनिल प्रसाद (Anil Prasad) इसे नहीं बेचने की बात कहते थे. लेकिन हाल ही में जब हवेली के लिए एक डेडिकेटेड वेबसाइट (dedicated website) बनाकर इसे बेचने की बात कही गई तो लोग हैरान रह गए.
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क्यों जरूरी है प्रॉपर्टी !
यूं तो छुन्नामल हवेली (Chhunnamal Haveli) अपने 130 कमरों, (आसपास के लोगों के लिए संख्या 200 से ज्यादा) के लिए ही इलाके में मशहूर है, लेकिन इसका इतिहास इसे और खास बनाता है.
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कहते हैं कि छुन्नामल (Chhunnamal) इतने अमीर थे कि वो मुगल बादशाहों को भी कर्जा दिया करते थे. उस जमाने में उनके पास कार और टेलीफोन थे, जबकि ये चीजें लोगों के लिए देखना ही जैसे बहुत बड़ी बात थी. इतनी बड़ी निजी संपत्ति को सहेज कर रखना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है, लेकिन परिवार बिना किसी सरकारी मदद के ये कर पा रहा है.
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