ETV Bharat / state

देश में मनेगी हिंदुस्तानी दिवाली, कैट ने 500 से ज्यादा कैटेगरी में सामान किए तैयार

author img

By

Published : Aug 29, 2020, 2:48 PM IST

इस बार पूरे देश में हिंदुस्तानी दिवाली मनेगी. कैट घर-घर तक भारत में निर्मित त्योहारों के मद्देनजर जरूरी सामान मुहैया कराएगा. कैट (CAIT) 500 से ज्यादा अलग-अलग कैटेगरी में हिंदुस्तानी सामान की उपलब्धता करवाएगा. दिवाली के त्योहार तक कैट चीन को 40 हजार करोड़ का झटक देने की तैयारी कर रहा है.

cait product to  boycott China at Diwali
चाइनीज बॉयकाट

नई दिल्ली: देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'लोकल पर वोकल' और आत्मनिर्भर भारत के आव्हान के बाद इस पूरी मुहिम को वास्तविकता में अमलीजामा पहनाने की दौड़ पूरे देश भर में शुरू हो गई है. इसी बीच देश का सबसे बड़ा व्यापारी संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(कैट) इस पूरी मुहिम के तहत सबसे आगे निकलता हुआ नजर आ रहा है.

500 से ज्यादा कैटेगरी में सामान किए तैयार

चीन को भारतीय बाजारों में लगेगा 40 हजार करोड़ का झटका
दरअसल, कैट सभी व्यापारियों को एकजुट करके पूरे तरीके से ना सिर्फ चीनी सामान का बहिष्कार कर रहा है. बल्कि उसने 'भारतीय सम्मान अभिमान हमारा' के नाम से मुहिम की शुरुआत भी की है. जिसके तहत कैट विभिन्न कैटेगरी में भारतीय सामान की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में करा रहा है. जिसकी पिछले कुछ सालों तक आपूर्ति चीन की ओर से होती थी.

300 वर्चुअल प्रदर्शनी लगाएगा

इस बार कैट घर-घर तक भारत में निर्मित त्योहारों के मद्देनजर जरूरी सामान मुहैया कराएगा. दिवाली तक पूरे देश में भारतीय सामान की कैट 300 वर्चुअल प्रदर्शनी लगाएगा. ऑनलाइन माध्यम के जरिए लोग घर बैठे सामान मंगवा सकेंगे. कैट 500 से ज्यादा अलग-अलग कैटेगरी में हिंदुस्तानी सामान की उपलब्धता करवाएगा.

कैट की बॉयकाट चाइनीज मुहिम


इस त्योहारी सीजन में देश के सबसे बड़े व्यापारी संगठनों में से एक कैट ने चीन को 40 हजार करोड़ रुपए की चपत लगाने की तैयारी पूरी कर ली है. आपको बता दें कि कैट अपने इस पूरे संकल्प को लेकर लगातार तैयारियों में जुटा हुआ है. साथ ही कैट का कहना है कि वो इस साल आने वाले दिवाली के त्योहार को हिंदुस्तानी दिवाली के रूप में मनाने में जुट गया हैं. जिसमें चीनी सामान का पूर्णत: बहिष्कार करते हुए भारतीय बाजारों में सिर्फ भारतीय समान ही खरीदा और बेचा जाएगा.

5 महीने का होता है भारत में त्योहारी सीजन


भारत में त्योहारी सीजन लगभग 5 महीने का रहता है और इस सीजन में एक सर्वे के अनुसार पिछले साल तक चीन को 40 हजार करोड रुपए की आय होती थी. लेकिन इस साल कैट की ओर से मुहिम चलाए जाने के बाद अकेले राखी के त्योहार पर चीन को ₹4000 करोड़ की चपत लग चुकी है. जबकि अगर भारतीय बाजारों में इसी तरह चीन का बहिष्कार होता रहा, तो उसे दिवाली तक 40 हजार करोड रुपए की बड़ी चपत भारतीय बाजारों में लग सकती है.

क्या है कैट की योजना

चीन को बड़े स्तर पर भारतीय बाजारों में झटका देने के लिए कैट 300 वर्चुअल प्रदर्शनी का आयोजन दिवाली तक करेगा.जिसमें त्योहारों के मद्देनजर सभी प्रकार के चीजों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. यह सभी वस्तुएं पूरी तरह से भारत में निर्मित होंगी तथा यह सभी चीजें पर्याप्त मात्रा और सस्ते दामों में उपलब्ध होगी.


किस क्षेत्र में चीन को लगेगी कितनी चपत

  • सजावटी वस्तुओं का व्यापार
  • टेक्सटाइल इंडस्ट्री
  • कॉस्मेटिक, आर्टिफिशियल ज्वेलरी
  • खिलौनों के क्षेत्र
  • कांच का सामान और फैंसी आइटम
  • फुटवियर इंडस्ट्री
  • टीवी आयात पर रोक


1)हर साल त्योहारी सीजन में चीन भारत के अंदर 10 हजार करोड़ की सजावटी वस्तुओं का व्यापार करता है. जिसमें तोरन, वंदनवार, दिए, सजावटी मोमबत्ती जैसी चीजें शामिल है. लेकिन कैट की ओर से चलाए जा रहे 'भारतीय सम्मान अभिमान हमारा' की मुहिम के बाद ये सभी वस्तुएं बड़े स्तर पर भारत में निर्मित की जा रही है. जिसके बाद चीन को भारतीय बाजार में 10 हजार करोड़ का बड़ा झटका लग सकता है.

2) टेक्सटाइल इंडस्ट्री एक ऐसा क्षेत्र जिसमें भारतीय बाजारों के अंदर त्योहारों के समय विशेष तौर पर काफी उछाल देखा जाता है. क्योंकि हर कोई व्यक्ति त्योहारी महीनों में अपने परिवार और अपने लिए कपड़ों को खरीदा है. ऐसे में चीन को टैक्सटाइल इंडस्ट्री के क्षेत्र में भी इस साल चीनी सामान के बहिष्कार के बाद लगभग 5000 करोड़ रुपए का नुकसान होना तय माना जा रहा है.

3) त्योहारी सीजन के अंदर भारतीय बाजारों में चीन के खिलौने पिछले साल तक बड़ी संख्या में बिकते थे. निजी सर्वे के मुताबिक भारतीय बाजारों में अगर खिलौनों के क्षेत्र की बात की जाए, तो चीन का हिस्सा लगभग 80% यानी 5 हजार करोड़ से ज्यादा का है. लेकिन चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम बड़े स्तर पर कैट की ओर से चलाए जाने के बाद अब चीन को इस क्षेत्र में बड़े स्तर पर झटका लग सकता है.

4) हर साल राखी के त्योहार पर चीन भारत में 4000 करोड़ का व्यापार करता था. लेकिन इस साल चीन को राखी के त्यौहार पर पूरे 4000 करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है.


5) भगवान की मूर्ति, कांच का सामान और फैंसी आइटम जैसी चीन में बनी चीजें भारतीय बाजारों में काफी लोकप्रिय हुआ करती थी. लेकिन इस साल कैट की ओर से चीनी सामान के बहिष्कार की मुहिम चलाए जाने के बाद चीन को पूरे 3000 करोड़ रुपए का झटका इस क्षेत्र में दिवाली तक लगने की उम्मीद है.

6) भारत सरकार की ओर से चीन को बड़े स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में पहले ही झटका दिया जा चुका है. दरअसल भारत सरकार ने चीन से टीवी आयात करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. जिसकी वजह से चीन को कई हजार करोड़ का झटका लगा है.

7) कॉस्मेटिक, आर्टिफिशियल ज्वेलरी और महिलाओं से जुड़ी दूसरी बाकी चीजों में भी बड़े स्तर पर महिलाओं ने भारतीय बाजारों में चीनी सामान का बहिष्कार किया है. जिससे चीन को भारतीय बाजार में दिवाली तक 5000 करोड़ की बड़ी चपत लगने जा रही है.

8) साथ ही आपको बता दें कि चीन को 10 हजार करोड़ रुपए की बड़ी चपत स्पोर्ट्स शूज, लेदर शूज, लेदर प्रोडक्ट्स, साइकिल, रॉ-मेटेरियल, इलेक्ट्रिकल वायर्स, फैन मोटर्स जैसी कई श्रेणियों में मिलाकर लगने जा रही है.

'पूरी तरह से हिंदुस्तानी दिवाली की मुहिम'


कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल के मुताबिक इस बार की दिवाली पूरी तरह से हिंदुस्तानी दिवाली होने जा रही है. क्योंकि देश में ही निर्मित दिए, मोमबत्ती, बिजली की लड़ियां, बल्ब, वंदनवार, दुकानों और घरों को सजाने के लिए सजावटी सामान, रंगोली, शुभ-लाभ के चिन्ह, उपहार देने की वस्तुएं, दिवाली पूजन के लिए गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्तियां बाकी अनेक प्रकार के सामान कैट पूरे देश भर में लोगों को उपलब्ध कराने जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.