सब्जी मंडी हादसे की 1 हफ्ते में पेश होगी रिपोर्ट, दोषियों पर गिरेगी गाज

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Published : Sep 14, 2021, 7:04 PM IST

SABZI MANDI BUILDING COLLAPSE
सब्जी मंंडी इलाके बिल्डिंग हादसा ()

दिल्ली की सब्जी मंंडी इलाके में हुए बिल्डिंग हादसे को लेकर एमपी गुप्ता के नेतृत्व में बनाई गई कमेटी 7 दिन में कमिश्नर संजय गोयल को पूरी रिपोर्ट पेश करेगी. इसके बाद हादसे के पीछे के कारणों का पता लग पायेगा और दोषियों पर कार्रवाई होगी.

नई दिल्ली: नॉर्थ एमसीडी लगातार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली खतरनाक इमारतों को लेकर विवादों के घेरे में है. यह विवाद और ज्यादा बढ़ गया है. सब्जी मंडी में इमारत के गिरने के बाद हुए दर्दनाक हादसे में दो बच्चों के साथ और एक महिला की भी मौत हो गई है. इसकी वजह से मामले की गंभीरता अब और ज्यादा बढ़ गई है.

इस मामले में बिल्डिंग विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एमपी गुप्ता के नेतृत्व में विशेष जांच की जा रही है. पूरे दर्दनाक हादसे को लेकर अगले 7 दिन में एमपी गुप्ता कमिश्नर संजय गोयल के पास रिपोर्ट सबमिट करेंगे, जिसमें यह स्पष्ट होगा कि आखिर सब्जी मंडी के क्षेत्र में, जो दर्दनाक हादसा हुआ है, उसके लिए जिम्मेदार कौन है. यह हादसा क्यों हुआ और इस हादसे के पीछे क्या कुछ कारण हैं.

सब्जी मंडी की दुर्घटना में 1 हफ्ते में आएगी रिपोर्ट


सब्जी मंडी इमारत हादसा: दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई, चाहे वह निगम अधिकारी ही क्यों न हो- निगमायुक्त

बता दें कि एक हफ्ते बाद निगम कमिश्नर को जब इस पूरे मामले के मद्देनजर रिपोर्ट सौंपी जाएगी, तब यह रिपोर्ट निगम में शासित भाजपा की सरकार के नेताओं को भी दी जाएगी. जिसके बाद इस रिपोर्ट के ऊपर चर्चा होगी और दोषी पाए जाने पर निगम अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दे कि नॉर्थ एमसीडी में शासित भाजपा के नेता भी पहले ही बातचीत के दौरान यह स्पष्ट कर चुके हैं कि इस दर्दनाक हादसे को लेकर जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.


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जानकारी के मुताबिक सब्जी मंडी में जिस इमारत में हादसा हुआ. उसमें ग्राउंड फ्लोर पर पिछले 9 दिन से लगातार कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था लेकिन स्थानीय पार्षद और निगम के आला अधिकारियों से लेकर जूनियर लेवल के अधिकारियों में किसी को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी और ना ही दिल्ली पुलिस के किसी अधिकारी को इस बारे में जानकारी थी. ऐसे में निगम के द्वारा इस पूरे मामले को लेकर रिपोर्ट सबमिट आने के बाद अधिकारियों के ऊपर भी गाज गिरना तय माना जा रहा है.



वर्तमान वर्ष में नॉर्थ एमसीडी के अंतर्गत आने वाली इमारतों का जो सर्वे किया गया था. उसके अनुसार निगम के क्षेत्र में अभी भी 444 ऐसी खतरनाक इमारतें ऐसी हैं, जिन्हें ठीक करवाया जा सकता है. जबकि 699 ऐसी इमारतें हैं, जो खतरनाक इमारतों में शामिल है और बिल्कुल लास्ट स्टेज पर हैं. इनमें कभी भी हादसा हो सकता है. इन सभी 699 खतरनाक इमारतों को निगम के द्वारा डीएमसी एक्ट 348 और 349 के तहत नोटिस भी भेजे जा चुके हैं. लेकिन उसके बाद निगम के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे में अगले 15 दिनों के अंदर इन खतरनाक इमारतों के ऊपर सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी निगम में शासित भाजपा की सरकार के नेताओं ने दिया है.

बता दें कि सब्जी मंडी में हुए हादसे के बाद खतरनाक इमारतों को लेकर नॉर्थ एमसीडी का प्रशासन एक्शन के मूड में है और अगले 15 दिन के भीतर ना रिपेयर होने वाली सभी जर्जर इमारतों के खिलाफ निगम के द्वारा सख्त कारवाई देखी जा सकती है. जिसको लेकर अधिकारियों को भी दिशा निर्देश दे दिए गए हैं. वही सब्जी मंडी में हुए दर्दनाक हादसे और उसमें गई तीन लोगों की जान के बाद पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी बिठा दी गई है. जो जल्द अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.

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