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धूमधाम के साथ आयोजित किया गया अलहिकमह फाउंडेशन का 30वां वार्षिक समारोह, पूर्व मंत्री रहे मौजूद

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Published : Dec 19, 2022, 8:50 AM IST

Updated : Dec 19, 2022, 10:37 AM IST

Alhikmah Foundation 30th Annual Celebrations
Alhikmah Foundation 30th Annual Celebrations

दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में अलहिकमह फाउंडेशन (Alhikmah Foundation 30th Annual Celebrations) की 30वीं वार्षिक बैठक का आयोजन बड़े ही धूमधाम के साथ किया गया. इस अवसर पर कई गणमान्य लोगों सहित पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एवं सांसद डॉ. हर्षवर्धन भी उपस्थित रहे.

नई दिल्ली: अलहिकमह फाउंडेशन की 30वीं वार्षिक बैठक (Alhikmah Foundation 30th Annual Celebrations), कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में बड़ी धूमधाम से आयोजित की गई. इस बैठक का विषय 'सामाजिक विकास में जन भागीदारी' रहा. वार्षिक सम्मेलन में स्वागत भाषण देते हुए फाउंडेशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ. जियाउद्दीन अहमद नदवी ने अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री इकबाल सिंह लालपुरा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एवं सांसद डॉ हर्षवर्धन और अन्य वक्ताओं और अतिथियों का स्वागत किया. सम्मेलन की अध्यक्षता इंटरफेथ हार्मनी फाउंडेशन ऑफ इंडिया (इंटरफेथ सद्भावना से संबंधित एक गैर-सरकारी संगठन) के अध्यक्ष डॉ. ख्वाजा इफ्तिखार अहमद ने की, जबकि डॉ शकील फलाही ने निजामत के कर्तव्यों का पालन किया.

वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री इकबाल सिंह लालपुरा ने सबसे पहले फाउंडेशन के प्रदर्शन की सराहना की और दर्शकों से फाउंडेशन के कार्य को हर स्तर पर पहुंचाने में सहयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि हमारा सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब हमारे बीच भाईचारा और प्रेम बढ़ता रहेगा, नफरत का माहौल कम होगा और सद्भावना बढ़ेगी. उन्होंने यह भी कहा कि ईश्वर की शरण लेने के लिए सबसे पहले अंतरात्मा की आवाज सुनना जरूरी है. इसी के साथ हम सत्य, प्रेम, सेवा, क्षमा और उसके आदर्श वाक्य को अपनाएंगे. समाज को स्वर्ग जैसा बनाने के लिए सबसे पहले हमें खुद को कुर्बान करना होगा, अपनी मर्जी के खिलाफ फैसले लेने होंगे और सबसे प्यार करने और सबके बीच प्यार बांटने का माहौल बनाना होगा.

इस दौरान पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एवं सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि अलहिकमाह फाउंडेशन द्वारा चुना गया मार्ग और पिछले 30 वर्षों में आपसी भाईचारा, सहिष्णुता, शिक्षा और स्वास्थ्य, जनता का यह मार्ग होगा. यदि कल्याण के मिशन को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है तो यह एक बड़ा कदाचार है. उन्होंने कहा कि आज हममें से प्रत्येक को यही सिद्धांत अपनाना होगा. ऐसे ही हमारे घर और समाज जन्नत का उदाहरण बनेगा. उन्होंने उच्च नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया और स्वास्थ्य और फिटनेस के साथ-साथ शारीरिक और आध्यात्मिक शुद्धि पर विशेष ध्यान देने की अपील की. उन्होंने कहा कि ईमानदारी, करुणा, संवेदनशीलता, एक दूसरे के लिए प्यार और सम्मान हमारी संस्कृति की आत्मा है. इसके माध्यम से हम उन सभी ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं जिनकी हम आकांक्षा रखते हैं.

वहीं अलहिकमह फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. जियाउद्दीन अहमद नदवी ने फाउंडेशन के लक्ष्यों और उद्देश्यों और पिछले 30 वर्षों के दौरान सामने आई चुनौतियों और उतार-चढ़ाव पर प्रकाश डाला. एक चिकित्सक के रूप में उन्होंने वहां उपस्थित श्रोताओं से भी अपील की कि प्रत्येक व्यक्ति को हमारे मिशन में ऐसे शामिल होना चाहिए जैसे कि यह उनका अपना हो. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल अनपढ़ लोगों को शिक्षा के प्रकाश से आलोकित करना है. हमें आधुनिक मिथकों को मिटाना है और हमें युवाओं को नशे से निकालकर सही रास्ते पर लाना चाहिए, उन्हें रोजगार से जोड़ना चाहिए ताकि वे मूर्खता से बच सकें. साथ ही उच्च नैतिक मूल्यों वाले लोगों को तैयार किया जाना चाहिए और समाज को सकारात्मक बनाना चाहिए. इतना ही नहीं, समाज के लिए उपयोगी और प्रभावी बनने के लिए प्रत्येक व्यक्ति में जज्बे की भावना विकसित की जानी चाहिए.

बैठक को संबोधित करते हुए आईएएस की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए प्रशिक्षण प्रदाता एवं मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. समीर अहमद सिद्दीकी ने कहा कि आधुनिक समय में शिक्षा के मायने बदल गए हैं. हमारे छात्र प्रतियोगिता के भंवर में इतने फंस गए हैं कि उन्हें केवल दूसरों से आगे निकलने का जुनून सवार है. धर्मांध छात्र भविष्य में अपने और देश के लिए क्या करेंगे, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता में होड़ की अंधी दौड़ ने उन्हें परेशान किया है, जिसे हमें बदलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि एक कक्षा के हजारों छात्रों को 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होते हैं लेकिन उन्हें मन की शांति और संतुष्टि नहीं होती है.

उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि हम कौन सी पीढ़ी बना रहे हैं? सूचना और डेटा की अनंत दुनिया ने हमें तूफान जैसे घेर लिया है. हमने ज्ञान को पीछे छोड़ दिया है और सूचना और डेटा के रेगिस्तान में खो गए हैं. यूट्यूब और सोशल मीडिया ने हमारा ब्रेनवॉश कर दिया है. हम मशीनों द्वारा निर्देशित किए जा रहे हैं. हमें अकारण शिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने अपील की, हमें इन स्थितियों से निपटना होगा और आगे का रास्ता खोजना होगा. हमें ध्यान केंद्रित कर अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा और इसके लिए प्रतिबद्ध होना होगा. हमें बस अपनी खोई हुई बुद्धि की ओर लौटना है और अपने बच्चों से पूछना है कि उन्होंने आज जो पढ़ा है, उसे कितना समझा है और उससे क्या सीखा है. अगर हम ऐसा करने में सफल हो जाते हैं तो हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को अपने समाज के प्रति सक्षम और जिम्मेदार बना सकते हैं.

आम सत्र की अध्यक्षता कर रहे डॉ. ख्वाजा इफ्तिखार अहमद ने अपने अध्यक्षीय भाषण में सभी वक्ताओं के भाषणों की समीक्षा की और उन्हें संक्षेप में प्रस्तुत किया. उन्होंने कहा कि विचार की शुद्धता क्रिया से जुड़ी है, गति, व्यवस्था विकास की प्रक्रिया को गति देती है. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, लोक कल्याण के क्षेत्र में 'अलहिकमाह फाउंडेशन' के कार्यों की समीक्षा की प्रशंसा की. उन्होंने अध्यात्म और सभी धर्मों में सर्वोच्च मूल्यों की भी बात की और बैठक में चर्चा की गई सबसे महत्वपूर्ण बातों का विश्लेषण प्रस्तुत करते हुए उसका सार प्रस्तुत करके दर्शकों से सराहना भी प्राप्त की.

इस वार्षिक आम बैठक को प्रो. एम.एम. गोयल (कुरोशित्र विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति), डॉ. एम.डी. थॉमस (निदेशक, हार्मनी एंड पीस स्टडीज संस्थान, नई दिल्ली) ने भी संबोधित किया. फाउंडेशन के सचिव सैयद शोएब अहमद ने समापन भाषण देते हुए आभार व्यक्त किया और वर्ष के प्रदर्शन का अवलोकन भी प्रस्तुत किया. सम्मेलन में फाउंडेशन की ओर से 'रेस्पॉन्सिबल सोइटल डेवलपमेंट ' नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया. प्रोफेसर शकील अहमद (प्रोफेसर मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय) द्वारा लिखित पुस्तक 'इंटरनेशनल सिस्टम ऑफ प्रोटेक्शन ऑफ ह्यूमन राइट्स' का विमोचन भी विशिष्ट अतिथियों एवं वक्ताओं द्वारा किया गया.

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इस अवसर पर कई प्रमुख सामाजिक संगठन हमदर्द फाउंडेशन, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, यू फ्लेक्स इंडस्ट्रीज, बैंक ऑफ बड़ौदा की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी शाखा के प्रबंधक सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को फाउंडेशन द्वारा पुरस्कृत किया गया कर सम्मानित किया गया और आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन उत्कृष्ट छात्रों को छात्रवृत्ति भी प्रदान की गई. इसके अलावा कुछ बच्चों को शिक्षा किट भी बांटी गई. इसके अतिरिक्त, गरीब महिलाओं को सिलाई मशीन भी बांटी गई ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें.

Last Updated :Dec 19, 2022, 10:37 AM IST
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