नई दिल्ली : अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल है. लोग अपने देश को छोड़कर भारत सहित दुनिया भर में शरण ले रहे हैं. भारत में रहे अफगानी शरणार्थियों ने संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त के कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया. उनकी मांगों में शरणार्थी का दर्जा/कार्ड, तीसरे देश के लिए पुनर्वास विकल्प और यूएनएचसीआर और भारत सरकार से सुरक्षा शामिल है.
भारत में अफगान समुदाय के प्रमुख अहमद जिया गनी ने कहा कि भारत में 21 हजार से अधिक अफगान शरणार्थी हैं और अब अफगानिस्तान लौटने का कोई कारण भी नहीं है. साथ ही भारत में न तो रोजगार है और न ही सुविधायें हैं. उन्होंने बताया कि भारत में रहते उन्हें पांच साल हो गये हैं, लेकिन उन्हें रिफ्यूजी कार्ड नहीं मिला है. सिर्फ एक कागज दिया है, जिसका कोई मतलब नहीं है.
पूरी दुनिया में अफगानी लोगों को पीड़ित मानते हैं, लेकिन यहां हमसे प्रूफ मांगा जा रहा था. हमारी मांग जब तक नहीं मानी जायेगी. तब तक हम यहां से नहीं जायेंगे.