नई दिल्ली : पंकज आडवाणी चैंपियनशिप में ग्रुप स्टेज में बृजेश दमानी से हार गए थे. लेकिन फाइनल में आडवाणी ने कोई गलती नहीं की. रविवार को खेले गए मुकाबले में पंकज शानदार फॉर्म में दिखे और पहले दो गेम आसानी से जीते. एशियाई 100 बिलियर्ड्स फाइनल 19 मार्च को दोहा के कतर बिलियर्ड्स एंड स्नूकर फेडरेशन अकादमी में खेला गया था.
पंकज आडवाणी ( Pankaj Advani ) 25 बार के अंतरराष्ट्रीय बिलियर्ड्स और स्नूकर फेडरेशन ( IBSF ) के विश्व चैंपियन हैं. आडवाणी ने दमानी को फाइनल में 100(51)-18, 100(88)-9, 86(54)-101(75), 100-26, 100(66)-2, 101(64)-59 की स्कोरलाइन से हराया. आडवाणी का ये नौवां एशियाई बिलियर्ड्स खिताब है. पंकज को बिलियर्ड्स खेल में शानदार योगदान के लिए 2004 में अर्जुन पुरस्कार, 2006 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न, 2009 में पद्म श्री और 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
आडवाणी ने सेमीफाइनल में म्यांमार के पाउक सा को 5-1 से हराया था. दमानी ने अंतिम चार चरण में हमवतन श्रीकृष्ण सूर्यनारायणन को 5-4 से मात दी थी. दमानी ने तीसरे फ्रेम में 75 का ब्रेक बनाया लेकिन अंत में उन्हें 1-5 से हारकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. बेंगलुरु के 37 वर्षीय आडवाणी ने 17 बार बिलियर्ड्स विश्व खिताब, 16 बार आईबीएसएफ विश्व बिलियर्ड्स चैंपियनशिप और एक बार विश्व टीम बिलियर्ड्स चैंपियनशिप जीती है.
आडवाणी ने 2006 और 2010 में एशियाई खेलों में इंग्लिश बिलियर्ड्स ( Billiards ) एकल में गोल्ड मेडल जीते हैं. महिला वर्ग में चीन की बाई युलु ने फाइनल में थाईलैंड की पंचाया चनोई को 3-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया.
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