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Exclusive : 8 साल की 'पूजा' के विराट भी हैं प्रशंसक, ओलंपिक में है मेडल जीतने का सपना

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Published : Dec 17, 2019, 3:07 PM IST

12 मिनट का वक्त और 3 किलोमीटर की दूरी. यह लक्ष्य बड़ी आसानी से फतह कर लेती है जोधपुर की लिटल चैंप पूजा. जी हां, वहीं लिटल चैंप जो इन दिनों प्रदेश में अपने सिक्स पैक एब्स को लेकर भी खासी चर्चाओं में है. अब वह साल 2024 में होने वाले ओलंपिक में भाग लेने को लेकर तैयारी कर रही है.

Puja Vishnoi
Puja Vishnoi

जोधपुर: ऐसा कहा जाता है कि पूत के पांव पालने में ही नजर आ जा आते हैं. यह कहावत जोधपुर के नजदीक गांव गुढ़ा विश्नोइयां की पूजा विश्नोई पर सटीक बैठती है. बता दें कि 8 साल की पूजा किसी उड़न परी से कम नहीं है. फर्राटे से दौड़ने वाली पूजा का ख्वाब है कि वो साल 2024 के ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाने में अपना योगदान दे सके.

देखिए वीडियो

विराट कोहली फाउंडेशन ने दी स्कॉलरशिप...

पूजा की मेहनत और सफलता को देखते हुए क्रिकेटर विराट कोहली फाउंडेशन जो कि देश भर के विभिन्न खेलों में अपनी पहचान बना रहे 15 खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप दे रहा है. उसमें पूजा का चयन हुआ है. सितंबर माह में ही पूजा विराट से मिलकर लौटी थी. कोहली ने पूजा को मंत्र दिया है कि अपनी फिटनेस को उस हिसाब से तैयार करें कि साल 2024 ओलंपिक में वो भारत को गोल्ड दिला सके.

3 किलोमीटर की दौड़ 12 मिनट में...

पूजा के कोच और उसके मामा श्रवण जो खुद भी एक एथलीट रहे हैं. लेकिन एक इंजरी के चलते वो स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के काम से बाहर हो गए थे. उन्हें अपना भविष्य भी अब पूजा में नजर आने लगा है. पूजा अभी 3 किलोमीटर की दौड़ 12 मिनट में पूरी कर रही है, जिसे उसे 4 साल में 9 मिनट तक लेकर आना है. बता दें कि पूजा का छोटा भाई कुलदीप भी उसके साथ रनिंग की प्रैक्टिस करता है.

सिक्स पैक एब्स के लिए बटोर रही सुर्खियां...

बता दें कि इन दिनों पूजा अपने सिक्स पैक एब्स के लिए सुर्खियां बटोर रही हैं. पूजा के मामा ने बताया कि कड़ी फिटनेस के चलते उसके एब्स बने हैं. पूजा सुबह 3 से 7 बजे तक प्रैक्टिस करती हैं और उसके बाद स्कूल जाती हैं. शाम को फिर 4 से 6 बजे तक मैदान में पसीना बहाती हैं. बता दें कि वो अभी तीसरी कक्षा की छात्रा हैं.

रनिंग के साथ क्रिकेट की भी शौकीन...

रनिंग के साथ-साथ पूजा क्रिकेट भी खेल रही हैं. इसमें भी वो फास्ट बॉलर के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है. स्थानीय स्तर पर पूजा ने कई मैराथन अपने नाम की हैं. इसके अलावा वो राज्य स्तर पर भी दौड़ चुकी हैं. पूजा के मामा श्रवण बताते हैं कि विराट कोहली फाउंडेशन ने उन्हें कई तरह के तकनीकी गुर दिए हैं.

पहले पूजा जहां 10 किलोमीटर दौड़ा करती थी, लेकिन उसकी फिजिक को देखते हुए विराट कोहली फाउंडेशन के कोच ने 3 किलोमीटर पर फोकस करने का कहा है. अब पूजा 3 किलोमीटर दौड़ती हैं. कोहली फाउंडेशन पूजा के नूट्रिशियन, उसकी तैयारी और टूर्नामेंट के अलावा पढ़ाई और रहने का खर्च उठा रही है. वहीं पूजा का कहना है कि साल 2024 ओलंपिक में वह भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहती हैं.

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Body:विराट कोहली फाउंडेशन की मदद से 2024 ओलंपिक में गोल्ड का ख्वाब लेकर दौड़ रही 8 साल की पूजा

नॉट : खबर के विसुअल wrap से भेजे है। बाईट मोजो से मिलकर pkg बना लेवे। सादर। यह खबर डेस्क ने मांगी थी।
जोधपुर कहां जाता है पूत के पांव पालने में ही नजर आते हैं, यह कहावत जोधपुर के नजदीक गांव गुडा विश्नोइयां की पूजा चरितार्थ कर रही है 8 साल की पूजा किसी उड़न परी से कम दौड़ नहीं लगाती है फर्राटे से दौड़ती हुई पूजा का ख्वाब है कि वह 2024 का गोल्ड मेडल ओलंपिक में जीतकर देश का नाम करें। पूजा की मेहनत और सफलता को देखते हुए क्रिकेटर विराट कोहली फाउंडेशन जो कि देश भर के विभिन्न खेलों में अपनी पहचान बना रहे 15 खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप दे रहा है उसमें पूजा का चयन हुआ है सितंबर माह में ही पूजा विराट कोहली से मिलकर लौटी थी कोहली ने पूजा को मंत्र दिया है कि अपनी फिटनेस को उस हिसाब से तैयार करें कि 2024 ओलंपिक में अकेले टिक्का गोल्ड भारत को दिला सके पूजा के कोच और उसके मामा श्रवण जो खुद भी एक एथलेटिक रहे हैं लेकिन एक इंजरी के चलते वह स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के काम से बाहर हो गए थे उन्हें अपना भविष्य भी अब पूजा में नजर आने लगा है पूजा अभी 3 किलोमीटर की दौड़ 12 मिनट में पूरी कर रही है जिसे उसे 4 साल में 9 मिनट तक लेकर आना है इसके अलावा पूजा सिक्स पैक एब भी रखती है हालांकि सिक्स पैक एब शौक से नहीं बनाएं पूजा और उसके मामा बताते हैं कि कड़ी फिटनेस के चलते उसके यह एब बने हैं। पूजा सुबह 3:00 से 7:00 बजे तक प्रैक्टिस करती है और उसके बाद स्कूल जाती है वह अभी तीसरी कक्षा की छात्रा है उसके बाद शाम को फिर 4 से 6 बजे  तक मैदान में पसीना बहाती है रनिंग के साथ-साथ पूजा क्रिकेट भी खेल रही है इसमें भी वह फास्ट बॉलर बन गई है स्थानीय स्तर पर पूजा ने कई मैराथन अपने नाम की है इसके अलावा राज्य स्तर पर भी दौड़ चुकी है। पूजा के मामा श्रवण बताते हैं कि विराट कोहली फाउंडेशन ने उन्हें कई तरह के तकनीकी गुर दिए हैं पहले पूजा जहां 10 किलोमीटर दौड़ा करती थी लेकिन उसकी फिजिक देखते हुए विराट कोहली फाउंडेशन के कोच ने 3 किलोमीटर पर फोकस करने का कहा इसके बाद 3 किलोमीटर दौड़ रही है कोहली फाउंडेशन पूजा के नूट्रिशन उसकी तैयारी और टूर्नामेंट के अलावा पढ़ाई और रहने का खर्च उठा रहा है। पूजा का छोटा भाई कुलदीप भी उसके साथ रनिंग की प्रैक्टिस करता है।
बाईट श्रवण, पूजा के कोच
बाईट पूजा विश्नोई



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