बेंगलुरू : मिडफील्डर हार्दिक सिंह ने सीनियर टीम के लिए अब तक केवल 37 ही मैच खेले हैं, लेकिन वो पहले ही राष्ट्रीय टीम के लिए कुछ महत्वपूर्ण मैचों में जीत का हिस्सा रह चुके हैं. 21 वर्षीय हार्दिक ने भारत को एफआईएच पुरुष सीरीज फाइनल्स 2019 में स्वर्ण पदक जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वो उस भारतीय टीम का भी हिस्सा थे जिसने पिछले साल एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर में रूस को हराया था.
मिडफील्डर ने कहा है कि वो अगले एक साल में बहुत अधिक विकसित खिलाड़ी बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा, "ओलंपिक तक आने वाले दिन हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं. मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि मैं एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर में टीम के लिए प्रदर्शन कर सकता हूं. हालांकि, मैं बहुत अधिक विकसित खिलाड़ी बनने और ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में नियमित सदस्य बनने के लिए बहुत दृढ़ हूं. मैं अपने खेल पर पिछले कुछ महीनों में अपनी क्षमता के अनुसार काम कर रहा हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी मेहनत एक दिन जरूर रंग लाएगी."
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हार्दिक ने कहा कि वह खुद को बहुत ही भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें मिडफील्ड में कप्तान मनप्रीत सिंह के साथ खेलने का मौका मिल रहा है.
उन्होंने कहा, "हमारे पास मिडफील्ड में कुछ शानदार खिलाड़ी हैं जो सुनिश्चित करते हैं कि फॉरवर्ड और डिफेंडरों के बीच संवाद बरकरार रहे. हम फॉरवर्ड और डिफेंडरों के बीच एक सेतु हैं और मैं मनप्रीत सिंह जैसे किसी व्यक्ति के साथ खेलकर बहुत भाग्यशाली हूं, जो भारत के लिए खेले जाने वाले किसी भी मैच में अपना शत फीसदी देता है. मुझे उम्मीद है कि मैं आगामी वर्षों में उनके जैसा ही अच्छा बन सकूंगा."