दुबई: गेंद को चमकाने के लिए लार (Saliva) के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंध को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने स्थायी करते हुए खेल के नियमों में कुछ और बदलाव किए है. ये बदलाव एक अक्टूबर से प्रभावी होंगे. क्रिकेट में अब मांकड़ आउट नहीं बल्कि इस तरह से किए गए आउट को रन आउट की श्रेणी में गिना जाएगा.
-
A host of important changes to the Playing Conditions that come into effect at the start of next month 👀https://t.co/4KPW2mQE2U
— ICC (@ICC) September 20, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">A host of important changes to the Playing Conditions that come into effect at the start of next month 👀https://t.co/4KPW2mQE2U
— ICC (@ICC) September 20, 2022A host of important changes to the Playing Conditions that come into effect at the start of next month 👀https://t.co/4KPW2mQE2U
— ICC (@ICC) September 20, 2022
भारत के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली की अगुवाई वाली आईसीसी क्रिकेट समिति ने इन बदलावों की सिफारिश की थी जिसकी घोषणा इसकी मुख्य कार्यकारी समिति (CEC) ने की. आईसीसी ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर गेंद को चमकाने के लिए लार के उपयोग पर अस्थायी रोक लगा दी थी. क्रिकेट के नियमों के संरक्षक, मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने मार्च में 2022 अपने नियमों में संशोधन कर के इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था.
आईसीसी से जारी बयान के मुताबिक, कोविड से संबंधित अस्थायी उपाय के रूप में यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दो साल से अधिक समय से लागू है. अब इस प्रतिबंध को स्थायी करना उचित समझा गया है. क्रीज पर नए बल्लेबाज की स्थिति में आईसीसी ने कहा, जब कोई बल्लेबाज आउट हो जाता है, तो नया बल्लेबाज उसी छोर पर रहेगा जहां आउट होने वाले बल्लेबाज को अगली गेंद पर रहना था.
खेल के शासी निकाय ने कहा, टेस्ट और एकदिवसीय मैचों में अब नये बल्लेबाज का दो मिनट के अंदर स्ट्राइक लेने के लिए तैयार रहना जरूरी होगा. टी20 में 90 मिनट की मौजूदा समय सीमा पहले की तरह जारी रहेगी. खेल के दौरान नॉन-स्ट्राइकर को रन आउट करना पहले अनुचित माना जाता था और इस तरह की हरकत पर कई बार काफी बहस भी हुई. भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन जैसे कई खिलाड़ियों ने इसका समर्थन किया. ऐसे मामले में अब बल्लेबाज को रन आउट माना जाएगा.
यह भी पढ़ें: IND vs AUS T20 Series: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दूसरी सीरीज जीतने उतरेगा भारत
गेंदबाज के रनअप के दौरान अगर क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम कोई अनुचित तरीका अपनाती है तो अंपायर उस गेंद को ‘डेड बॉल’ गेंद करार देगा और बल्लेबाजी टीम को पांच पेनल्टी रन दिये जायेंगे. एक अन्य बड़े फैसले में आईसीसी ने कहा कि टी20 में ओवर रेट धीमी होने पर 30 गज के घेरे के बाहर एक क्षेत्ररक्षक को कम रखने के जुर्माने को अब एकदिवसीय में भी लागू किया जाएगा.
आईसीसी ने कहा, ओवर गति के धीमी होने पर मैच के दौरान दिए जाने वाले जुर्माने को अब एकदिवसीय में भी लागू किया जाएगा. इस नियम को हालांकि आईसीसी पुरुष विश्व कप सुपर लीग 2023 के बाद लागू किया जाएगा.
पीटीआई-भाषा