अहमदाबाद: सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने भले ही भारत और इंग्लैंड के बीच जारी चार मैचों की टेस्ट सीरीज में बल्ले से कुछ अच्छी पारियां खेलकर सुर्खियां बटोरी हों, लेकिन अजिंक्य रहाणे के अहम योगदान की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया.
रहाणे की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती थी. पूरी सीरीज के दौरान उनकी कप्तानी की भी तारीफ हुई थी.
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मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में 112 और नाबाद 27 रनों की पारी खेलने के बाद रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया में 22, 4, 37 और 24 रन बनाए थे. इसके बाद उन्होंने भारत में इंग्लैंड के साथ जारी टेस्ट सीरीज में अब तक केवल 1, 0, 67, 10 रन ही बनाए हैं.
भारत के पूर्व बल्लेबाज और रहाणे के बल्लेबाजी कोच प्रवीण आमरे ने कहा कि जीत में योगदान देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है.
आमरे ने रविवार को कहा, "बल्लेबाजी करना आसान नहीं रहा है. आप देख सकते हैं कि ज्यादा शतक नहीं बने हैं."
पिछले आठ टेस्ट मैचों में रहाणे और रविचंद्रन अश्विन के अलावा किसी अन्य भारतीय ने अब तक शतक नहीं लगाया है.
![रविचंद्रन अश्विन](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10817347_ravichandran-ashwin-1.jpg)
उन्होंने कहा, "शतकों का संख्या कम होने का मतलब है कि बल्लेबाजी करना आसान नहीं है. हम कह सकते हैं कि दूसरा टेस्ट शतक महत्वपूर्ण था. खासकर तब जब उन्होंने रोहित के साथ साझेदारी की थी. आप टीम की सफलता में भी योगदान दे सकते हैं. ऐसा नहीं है कि आपको सफलता के के लिए हमेशा बड़े स्कोर करने होंगे."
इससे पहले, इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में विफल रहने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी रहाणे का समर्थन किया था.