तेल अवीव: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को यह स्पष्ट कर दिया कि इजरायल युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होगा. उन्होंने कहा कि यह पर्ल हार्बर पर बमबारी के बाद अमेरिका की स्थिति के समान है. नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल और गाजा के बीच युद्धविराम का आह्वान इजरायल द्वारा हमास के सामने आत्मसमर्पण करने का आह्वान है. पर्ल हार्बर पर बमबारी के बाद या 9/11 के आतंकवादी हमलों के बाद युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होगा. इजरायल 7 अक्टूबर के भयानक हमलों के बाद शत्रुता समाप्त करने के लिए सहमत नहीं होगा.
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#WATCH | Tel Aviv: Israel Prime Minister Benjamin Netanyahu says, "The horrors that Hamas perpetrated on October 7, remind us that we will not realize the promise of a better future unless we, the civilized world, are willing to fight the barbarians because the barbarians are… pic.twitter.com/nMq6wrBCni
— ANI (@ANI) October 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) October 30, 2023
उन्होंने कहा, 'युद्धविराम का आह्वान आतंक के सामने आत्मसमर्पण करने, बर्बरता के सामने आत्मसमर्पण करने का आह्वान है. ऐसा नहीं होगा. देवियो और सज्जनो, बाइबल कहती है कि शांति का समय और युद्ध का भी समय है. यह युद्ध का समय है.' उन्होंने इसे राष्ट्रों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया और कहा कि अब हर किसी के लिए यह तय करने का समय आ गया है कि क्या वे आशा और वादे के भविष्य के लिए लड़ने को तैयार हैं या अत्याचार और आतंक के सामने आत्मसमर्पण करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इजरायल सात अक्टूबर से युद्ध की स्थिति में है.
नेतन्याहू ने कहा, '7 अक्टूबर को हमास की क्रुरता हमें याद दिलाती है कि हम बेहतर भविष्य के वादे को तब तक साकार नहीं कर पाएंगे जब तक कि हम सभ्य दुनिया, बर्बर लोगों से लड़ने के लिए तैयार नहीं होंगे, क्योंकि बर्बर लोग हमसे और उनके लक्ष्य से लड़ने के लिए तैयार हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'यह नेताओं और राष्ट्रों के लिए एक निर्णायक मोड़ है.
यह हम सभी के लिए यह तय करने का समय है कि क्या हम आशा और वादे के भविष्य के लिए लड़ने को तैयार हैं या अत्याचार और आतंक के सामने आत्मसमर्पण करना चाहते हैं. अब निश्चिंत रहें, इजराइल लड़ेगा. इजराइल ने इस युद्ध की शुरुआत नहीं की है. इजरायल यह युद्ध नहीं चाहता था. लेकिन इजरायल इस युद्ध को जीतेगा. इजरायल पर हमास के हमले के बारे में बोलते हुए और हमास को वित्त पोषित करने में ईरान की भूमिका पर जोर देते हुए, हमास ने हमले के दौरान बच्चों को उनके माता-पिता के सामने मार डाला, माता-पिता को उनके बच्चों के सामने मार डाला.
उन्होंने लोगों को जिंदा जला दिया, महिलाओं के साथ बलात्कार किया, पुरुषों का सिर काट दिया, नरसंहार से बचे लोगों पर अत्याचार किया. उन्होंने बच्चों का अपहरण कर लिया. उन्होंने कल्पना से भी अधिक भयानक अपराध किए और वे बुराई की उस धुरी का हिस्सा हैं जो ईरान ने बनाई है. आतंक की एक धुरी जो गाजा में हमास, लेबनान में हिजबुल्लाह, यमन में हौथिस और पूरे मध्य पूर्व और मध्य पूर्व से परे अन्य आतंकी हथियार देने, प्रशिक्षण और वित्तपोषण करके काम करती है.