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कृपाण रखने के कारण ब्रिटिश सिख के साथ हुआ भेदभाव, जानिए पूरा मामला

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By IANS

Published : Nov 6, 2023, 10:17 AM IST

British Sikh carrying kirpan barred from Birmingham jury service
कृपाण रखने के कारण ब्रिटिश सिख के साथ हुआ भेदभाव

Sikh Federation UK ने न्याय मंत्री को पत्र लिखकर एक ब्रिटिश सिख के साथ किए गए व्यवहार की निंदा करने की मांग की. सिख को क्राउन कोर्ट में काम करने के लिए बुलाया गया था, सुरक्षा गार्ड ने उसे कृपाण के कारण अंदर नहीं जाने दिया.

लंदन : एक ब्रिटिश सिख, जिसे क्राउन कोर्ट में जूरर के रूप में काम करने के लिए बुलाया गया था, ने कहा है कि एक सुरक्षा गार्ड ने उसे कृपाण के कारण अंदर नहीं जाने दिया, जिसे एक अमृतधारी सिख को हमेशा अपने साथ रखना होता है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, जतिंदर सिंह ने कहा कि हाल ही में Birmingham Crown Court में जूरी सेवा में शामिल होने से रोके जाने के बाद उन्हें "शर्मिंदगी और भेदभावपूर्ण" महसूस हुआ. स्मेथविक में गुरु नानक गुरुद्वारे के अध्यक्ष और Sikh Council UK के महासचिव सिंह ने कहा कि यह दूसरी बार था जब उन्हें जूरी सेवा के लिए बुलाया गया था.

British Sikh carrying kirpan barred from Birmingham jury service
कृपाण रखने के कारण ब्रिटिश सिख के साथ हुआ भेदभाव

Jatinder Singh ने बीबीसी न्यूज़ को बताया, "सुरक्षा गार्ड ने कहा कि मैं इसे (अपनी कृपाण को) उतार कर उसके पास छोड़ सकता हूं और शाम को इसे ले सकता हूं." उन्होंने कहा कि पहली बार सेवा के दौरान उन्हें कोई समस्या नहीं हुई थी. उन्‍होंने कहा, "मैं उस बच्चे की तरह महसूस कर रहा था जो स्कूल गया था और वह अपने साथ कुछ ऐसा ले गया जो उसे नहीं ले जाना चाहिए था और उसे जब्त कर लिया गया. मेरे साथ ऐसा होने पर मुझे शर्मिंदगी महसूस हुई, मुझे भेदभाव महसूस हुआ. मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरे साथ ऐसा होगा."

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घटना के बाद, Sikh Federation UK ने न्याय मंत्री एलेक्स चाक को पत्र लिखकर Jatinder Singh के साथ किए गए व्यवहार की निंदा करने की मांग की. न्याय मंत्रालय MOJ ने कहा कि सिंह को उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया क्योंकि आवश्यक जूरी सदस्यों की संख्या अधिक थी. सिंह ने कहा कि उन्होंने अदालत भवन में प्रवेश करने के इच्छुक सिख समुदाय के सदस्यों के लिए मंत्रालय के आवश्‍यक दिशानिर्देशों का पालन किया है. इस बीच, महामहिम की अदालतों और न्यायाधिकरण सेवा ने सिंह से "किसी भी परेशानी के लिए" माफी मांगी, और कहा कि उन्होंने अपने अनुबंधित सुरक्षा अधिकारियों को ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए उठाए जाने वाले सही कदमों की याद दिला दी है.

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