लंदन : एक 21 वर्षीय फ्री क्लाइंबर ने गगनचुंबी इमारत पर चढ़कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया है. जॉर्ज किंग-थॉम्पसन नाम के इस युवक ने जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए इमारत पर चढ़ाई की है.
चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस फ्री क्लाइंबर को दो साल पहले यूके की सबसे ऊंची इमारत पर चढ़ने के लिए जेल में कैद किया गया था.
जॉर्ज किंग-थॉम्पसन बिना किसी सहायता के ही पूर्वी लंदन के स्ट्रैटफ़ोर्ड में 36-मंजिला स्ट्रैटोस्फियर टॉवर पर चढ़ गया और आधे घंटे से भी कम समय में इस इमारत के शीर्ष पर पहुंच गया.
किंग-थॉम्पसन ने कहा, मैं इस समय जलवायु परिवर्तन की गंभीरता के बारे में जागरूकता बढ़ाना चाहता हूं, क्योंकि इससे एक हफ्ते पहले ही पूरे लंदन में लू चल रही थी और अचानक से इतनी बारिश हो गई की बाढ़ आ गई.
उन्होंने कहा कि एक हफ्ते चढ़ाई की तैयारी की और147 मीटर ऊंची (482 फीट) इमारत के हर पहलू और सतह का अध्ययन किया और रात भर गुप्त रूप से कुछ मंजिलों पर चढ़ने की कोशिश की.
लेकिन एक चीज थी जिसके लिए वह तैयार नहीं थे. उन्होंने कहा, पहले आठ मंजिलों की खिड़कियों में पकड़ थी. लेकिन बाकी मंजिलों की खिड़कियों में पकड़ नहीं थी. इसलिए, यहां बहुत फिसलन थी, जिसे मैंने कम आंका.
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किंग-थॉम्पसन मानते हैं कि इमारतों पर चढ़ना खतरनाक है, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्होंने चढ़ाई की योजना बनाई ताकि वह जनता के लिए खतरा न हो या व्यवधान पैदा न करें.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह लोगों को इमारतों पर चढ़ने के लिए प्रोत्साहित नहीं कर रहे हैं.
पुलिस ने कहा कि स्ट्रैटफ़ोर्ड में एक व्यक्ति को "ऊंचाई पर देखा गया" एक कॉल आने के बाद उन्होंने इलाके की तलाशी के लिए एक हेलीकॉप्टर भेजा. किन क्लाइंबर का पता नहीं लगाया जा सका.
किंग-थॉम्पसन को 2019 में लंदन स्थित शार्ड की चढ़ाई करने के बाद गिरफ्तार किया गया था. शार्ड 310 मीटर (1,017 फीट) लंबी यूके की सबसे ऊंची गगनचुंबी इमारत है. इमारत के मालिक ने उन पर बिना इजाजत इमारत पर चढ़ने के आरोप लगाए थे. उन्हें अक्टूबर 2019 में छह महीने जेल की सजा सुनाई गई थी.