ETV Bharat / international

भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की एक खेप अमेरिका पहुंची

author img

By

Published : Apr 12, 2020, 10:51 AM IST

Updated : Apr 28, 2020, 8:25 PM IST

भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की एक खेप अमेरिका पहुंच गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुरोध पर इस हफ्ते की शुरुआत में भारत ने अमेरिका को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की 35.82 लाख गोलियों के निर्यात को मंजूरी दे दी है. पढे़ं खबर विस्तार से...

shipment-of-hydroxychloroquine-delivered-to-us
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की एक खेप अमेरिका पहुंची

वॉशिंगटन : भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की एक खेप शनिवार को अमेरिका पहुंची, जिसे कोविड-19 के उपचार के लिए संभावित दवा के रूप में देखा जा रहा है.

अमेरिका और कुछ अन्य देशों की मदद करने के लिए भारत ने कुछ दिन पहले ही मलेरिया-रोधी इस दवा के निर्यात पर लगा प्रतिबंध मानवीय आधार पर हटा दिया था.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुरोध पर इस हफ्ते की शुरुआत में भारत ने अमेरिका को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की 35.82 लाख गोलियों के निर्यात को मंजूरी दे दी है. इसके साथ दवा के निर्माण में आवश्यक नौ टन फार्मास्यूटिकल सामग्री या एपीआई भी भेजी गई है.

अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने ट्वीट किया, 'कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में हमारे सहयोगियों को हमारा पूरा सहयोग है. भारत से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की खेप आज नेवार्क हवाई अड्डे पर पहुंची.'

shipment-of-hydroxychloroquine-delivered-to-us
तरणजीत सिंह संधू का ट्वीट

ट्रंप ने पिछले हफ्ते फोन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमेरिका के लिए मलेरिया-रोधी दवा के निर्यात को अनुमति देने का अनुरोध किया था, जिसके बाद भारत ने सात अप्रैल को इस दवा के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया था.

पढे़ं : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप 'हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन' के लिए क्यों हैं परेशान

भारत विश्व में इस दवा का प्रमुख निर्माता है, जो पूरी दुनिया में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की आपूर्ति का 70 प्रतिशत उत्पादन करता है.

अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने कोविड-19 के उपचार के लिए संभावित दवा के रूप में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की पहचान की है और इसका न्यूयॉर्क में कोरोना वायरस के 1,500 से अधिक रोगियों पर परीक्षण किया जा रहा है.

अमेरिकी लोगों ने इस खेप के आगमन का स्वागत किया है.

न्यूयॉर्क के रहने वाले रियल स्टेट सलाहकार और ट्रंप समर्थक अल मेसन ने कहा, 'अमेरिका भारत की इस महान मानवीय सहायता को कभी नहीं भूलेगा. राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्त्व में दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र पहले से कहीं ज्यादा करीब हैं.'

Last Updated : Apr 28, 2020, 8:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.