कोलकाताः भारतीय सिनेमा के दिग्गज फिल्ममेकर और निर्देशक तरुण मजूमदार का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. मध्यम वर्गीय परिवारों के जीवन पर बेस्ड फिल्में बनाने के लिए वह विशेष रूप से जाने जाते थे. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि निर्देशक तरुण मजूमदार का सोमवार को कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया. उन्होंने सुबह 11:17 बजे अंतिम सांस ली. उनका पिछले कुछ दिनों से उम्र संबंधी बीमारियों के कारण सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में इलाज चल रहा था.
बता दें कि उन्होंने बालिका वधू (1976), कुहेली (1971), श्रीमान पृथ्वीराज (1972) और दादर कीर्ति (1980) जैसी सुपरहिट फिल्में बनाई हैं. उन्हें चार राष्ट्रीय पुरस्कार, सात बीएफजेए पुरस्कार, पांच फिल्मफेयर पुरस्कार और एक आनंदलोक पुरस्कार मिल चुका है. 1990 में भारत सरकार ने उन्हें चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया था.
गौरतलब है कि तरुण मजूमदार से गुरुवार को प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी हॉस्पिटल मिलने गई थीं. वहीं, उनके निधन पर ममता बनर्जी ने शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि प्रख्यात फिल्म निर्देशक तरुण मजूमदार के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है. उन्होंने आज कलकत्ता में अंति सांस ली. उन्हें पद्मश्री, राष्ट्रीय पुरस्कार, बीएफजेए पुरस्कार, फिल्म फेयर पुरस्कार सहित कई पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उनके निधन से फिल्म जगत को एक बड़ी क्षति पहुंची है. मैं तरुण मजूमदार के परिवार और प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं.