नई दिल्ली: गाजियाबाद के एक लीगल गन हाउस में अवैध हथियारों को रिपेयर किया जाता था. यह खुलासा गाजियाबाद पुलिस ने किया है. आरोपी दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले में कई चौकाने वाले राज सामने आए हैं. लीगल हथियारों का यह डीलर अवैध आर्म्स डीलर से मिला हुआ था. पूर्व में कुछ अवैध हथियारों के सप्लायर को पकड़ा गया था. उनसे पूछताछ में आरोपी के बारे में पुलिस को जानकारी मिली. पुलिस के अनुसार दुकान का लाइसेंस भी कैंसिल करवाया जा रहा है. पुलिस ने यह गिरफ्तारी ऑपरेशन पाताल के तहत की है.
मामला गाजियाबाद के शहर कोतवाली इलाके का है. जहां पर तरणजीत गन हाउस के नाम से जीटी रोड के पास एक दुकान है. तरणजीत नाम का व्यक्ति इस गन हाउस को चलाता है. उसने लीगल हथियारों को बेचने का लाइसेंस लिया है. मगर दुकान में अवैध हथियारों को रिपेयर करने का काम भी हो रहा था. एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया की तरणजीत से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पता चला है कि तरणजीत का संपर्क अवैध हथियारों के डीलर से है.
एसपी सिटी ने बताया कि बीते अप्रैल महीने में पुलिस ने अवैध हथियारों के एक गैंग को पकड़ा गया था. जिससे पूछताछ में तरनजीत का नाम सामने आया. तरनजीत की दुकान में अपराधियों के हथियार को रिपेयर किया जाता था. इसके विषय में आगे की जांच पड़ताल की जा रही है. यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ का भी हो सकता है. आरोपी से पूछताछ में यह भी पता चला है कि लीगल हथियारों की दुकान में चोरी छुपे अवैध हथियारों और कारतूस की सप्लाई की जाती थी. कुछ अपराधियों को इसने कारतूस और हथियार भी सप्लाई किए हैं.
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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी की दुकान का लाइसेंस कैंसिल कराने के लिए जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा. आर्म्स एक्ट के अलावा साजिश रचने की धाराएं भी आरोपी पर लगाई गई हैं. पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि तरनजीत का संपर्क किस तरह के अपराधियों से रहा है. बता दें कि हर जिले में लीगल हथियार विक्रय की दुकान होती है. इन दुकानों के लिए कुछ नियम होते हैं. जिलाधिकारी से जब लाइसेंस लिया जाता है तो इन दुकानों से संबंधित नियमों को भी उस में अवगत कराया जाता है.
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