नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Farm Law) की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी पर कानून की मांग को लेकर गाज़ीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) समेत राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. नवंबर के आखिरी हफ्ते में शुरू हुए किसान आंदोलन (Farmer Protest) को 6 महीने पूरे हो चुके हैं. अब किसान एक नई रणनीति पर आंदोलन चलाने की तैयारी कर रहे हैं. जिसमें उत्तर प्रदेश में सभी टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर कल से धरने शुरू किए जाएंगे
सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए किसानों ने कड़कड़ाती ठंड में सर्द रातें बॉर्डर पर गुजारी और अब तपतपाती गर्मी के मौसम में भी किसान आंदोलन (Farmer Protest) में डटे हुए हैं. किसान साफ कर चुके हैं जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों (Farm Law) को वापस नहीं लेती है और एमएसपी (MSP) की गारंटी को लेकर कानून नहीं बनाती है तब तक दिल्ली की सीमाओं से गांवों को किसानों की वापसी नहीं होगी. गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश में आंदोलन को तेज किया जाएगा. सरकार किसानों से बात नहीं कर रही तो अब आंदोलन को जिले में ले जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. उत्तर प्रदेश में सभी टोल पर कल से धरने शुरू किए जाएंगे. कल से मेरठ के दौराला, मुज़फ्फरनगर के छपार, रोहाना अमरोहा के छचरसी, मुरादाबाद के मुड़ापांडेय, गौतमबुद्धनगर के जेवर पर धरने शुरू हो गए हैं.
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा सरकार अगर कोई समाधान नहीं करती तो कुछ समय बाद देशभर के किसान सड़कों पर होंगे. इसके लिए भी कार्य किया जा रहा है. देशभर के किसान किसान मोर्चा के संपर्क में हैं और आगे आंदोलन के लिए तैयार हैं.