नई दिल्ली/फरीदाबाद: अफगानिस्तान में इस समय हालात बेहद चिंताजनक बनी हुई है क्योंकि एक तरफ अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban in Afghanistan) का कब्जा हो चुका है तो वहीं दूसरी ओर आयात-निर्यात पर भी बड़ा असर पड़ रहा है. तालिबान के कब्जे का असर फरीदाबाद की फार्मा इंडस्ट्री पर भी देखने को मिल रहा है. फरीदाबाद की एक कंपनी अफगानिस्तान में दवाइयां सप्लाई करती है, लेकिन पिछले कई दिनों से दवाइयों की सप्लाई पूरी तरह से बंद है जिसके चलते कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है.
फरीदाबाद की ये कंपनी स्किन प्रॉब्लम से जुड़ी और कई प्रकार की एंटीबायोटिक तैयार करती है. कंपनी के डायरेक्टर नवदीप चावला की मानें तो साल में वह करीब 15 करोड़ रुपये की दवाइयां अफगानिस्तान में सप्लाई करते हैं. उनके वहां पर कई डिस्ट्रीब्यूटर हैं, लेकिन जब से अफगान में तालिबान ने अपना कब्जा किया है उनकी दवाइयों की सप्लाई रोक दी गई है. एयरपोर्ट के अंदर अमेरिकी सेना का कब्जा है ऐसे में बाहर से आने वाली दवाई जैसी आवश्यक वस्तु पर भी रोक लग चुकी है.
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नवदीप चावला का कहना है कि पिछले 15 दिनों से कोई स्टॉक अफगानिस्तान नहीं गया है. अब तक हवाई रास्ते से दवाइयां भी भेजी जाती थी. दवाई जरूरी सामान में आती है इसलिए वहां कोई भी सरकार रहे, दवाइयों का एक्सपोर्ट खोलना ही पड़ेगा. भारत से कई हजार करोड़ का दवाई का एक्सपोर्ट अफगानिस्तान में होता है. भारत एक ऐसा देश है जहां से सबसे ज्यादा दूसरे देशों को दवाई सप्लाई की जाती है. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से हमारी कंपनी को काफी नुकसान हो रहा है. अब अफगानिस्तान में स्थिति के सामान्य होने का इंतजार करना होगा, हालांकि अभी तो उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आ रही.