नई दिल्ली : कूड़े के निस्तारण के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा बेहतर अपशिष्ठ प्रबंधन को लेकर रचनात्मक पहल की जा रही हैं. निगम द्वारा सभी वार्डों में घर-घर से गीले व सूखे कूड़े का अलग-अलग संग्रहण किया जा रहा है. गीले कूड़े से खाद व सूखे कूड़े का पुनर्चक्रण भी किया जा रहा है. निगम क्षेत्र को स्वच्छ रखने व पर्यावरण को बेहतर बनाने के उद्देश्य से निगम जल्द ही पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में कूड़े का स्रोत पर पृथकीकरण को अनिवार्य बनाने जा रहा है, जिसमें पूर्वी दिल्ली की जनता से सहयोग अपेक्षित है.
कार्यशाला के दौरान बड़ी मात्रा में अपशिष्ट उत्सर्जन करने वाले समूहों-जैसे होटलो, खाद्य प्रतिष्ठानों, मार्केट एसोसिएशनों, गेटेड सोसाइटी आदि से अपील की गई कि गीले व सूखे कूड़े का स्रोत पर पृथकीकरण करे जिससे उन्हें भी लाभ होगा और पर्यावरण का भी फायदा होगा. कार्यशाला को संबोधित करते हुए निगमायुक्त विकास आनंद ने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम का लक्ष्य जन सहभागिता से पूर्वी दिल्ली को स्वच्छ क्षेत्र बनाना है.
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संबंधी समस्याओं के निस्तारण के मामले में पूर्वी दिल्ली नगर निगम को हाल ही में सर्वोच्च स्थान मिला है. निगम की कोशिश है कि पर्यावरण के ही एक अन्य घटक- अपशिष्ट प्रबंधन में भी हम अपने क्षेत्र को सर्वोच्च पायदान पर ले जा सकें. उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए हमें नागरिकों के सहयोग की आवश्यकता है.
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अपर आयुक्त अल्का शर्मा ने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम अपने क्षेत्र को स्वच्छ व हरित क्षेत्र बनाने के सपने को साकार करने के लिए नागरिकों की सहभागिता चाहता है, ताकि हम पूर्वी दिल्ली के निवासियों को कचरामुक्त क्षेत्र उपलब्ध करा सकें.
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