नई दिल्ली: दिल्ली के एक अस्पताल की पार्किंग में महिला के साथ गैंगरेप की घटना ने एक बार फिर से महिला सुरक्षा का मुद्दा खड़ा कर दिया है. सवाल यह कि यदि सार्वजनिक जगहों पर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं तो आखिरकार सुरक्षा कहां मिलेगी. बात दें कि दिल्ली के गुलाबी बाग इलाके में एक पार्क में खेल रही 6 साल की बच्ची के साथ 52 साल के व्यक्ति ने दरिंदगी को अंजाम दिया और ना जाने ऐसी कई घटनाएं जो रोजाना महिलाओं और बच्चों के साथ घटित होती है. जिसको लेकर तमाम सरकारें कई वादे करती है, लेकिन घटनाएं रोजाना बढ़ती जा रही है.
दरिंदगी पर बोली महिलाएं
इन तमाम घटनाओं को लेकर ईटीवी भारत ने दिल्ली की महिलाओं से बात की और महिला सुरक्षा को लेकर उनकी राय जानने की कोशिश की. महिलाओं ने कहा कि दिल्ली के रोहिणी इलाके में बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल की पार्किंग में सिक्योरिटी गार्ड ने महिला के साथ दरिंदगी को अंजाम दिया. मतलब जो लोग सुरक्षा में तैनात हैं, यदि वही इस तरीके की घटना को अंजाम देंगे, तो हम किससे सुरक्षा की उम्मीद करें. वहीं ना केवल महिलाएं बल्कि छोटी-छोटी बच्चियां, बुजुर्ग महिलाएं तक सुरक्षित नहीं हैं.
जरूरत है महिला सुरक्षा पर कदम उठाए जाएं
महिलाओं ने कहा कि सरकार को बेहद कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है, क्योंकि महिला सुरक्षा को लेकर तमाम सरकारें अधिकारी नेता हर कोई बड़े बड़े वादे करता है. लेकिन हकीकत कुछ और ही हैच चाहे सार्वजनिक जगह में हो या घर कहीं पर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, लेकिन हमारी सरकारें तमाम चीजों को लेकर बात करती है. उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा का मुद्दा जैसा का तैसा ही बना हुआ है. जो भी लोग इन घटनाओं को अंजाम देते हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए तभी समाज में एक संदेश जाएगा और इस तरीके की घटनाओं पर अंकुश लगेगा.