नई दिल्ली : राजधानी में 9 मार्च को केजरीवाल सरकार अपना बजट पेश करने जा रही है. बजट को लेकर हर तबके की अपनी उम्मीदें हैं. किसान भी इस बजट को लेकर के काफी उम्मीद लगा कर बैठे हैं जिनमें प्राकृतिक आपदा के चलते बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे से लेकर कई समस्याएं शामिल है. इन सब के इतर बजट को लेकर किसान क्या सोचते हैं, उनके लिए इस बजट के क्या मायने हैं?
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इन सब सवालों के जवाब तलाशने ईटीवी भारत की चौपाल टीम यमुना किनारे बुराड़ी पहुंची जहां किसानों ने से ईटीवी भारत में खास बातचीत की.
दिल्ली बजट पर किसानों ने बताई अपनी मांगे
बुराड़ी इलाके में किसानों का कहना है कि सबसे पहले सरकार उन्हें किसानी का दर्जा दे जिससे प्राकृतिक आपदा के चलते बर्बाद होने वाली फसलों पर उन्हें उचित मुआवजा मिल सके.
उन्होंने कहा कि सरकार मुआवजे का ऐलान करती है लेकिन वह हम तक पहुंच नहीं पाता है. इसके साथ ही किसानों ने बताया कि सरकार डीजल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाएं जिससे फसल की लागत भी कम हो. वहीं किसानों ने बिजली कनेक्शन में छूट जैसी और सिंचाई के पर्याप्त पानी जैसी भी कई मांगें बजट के लिए दिल्ली सरकार के सामने रखी.
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अब देखने वाली बात होगी कि दिल्ली सरकार अपने आगामी बजट में किसानों की किन उम्मीदों को पूरा करने में खरी उतरती है.