नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में शनिवार से हो रही रुक-रुक कर बारिश के बाद दिल्ली की कच्ची कॉलोनी और गांव के हालात बद से बदतर हो गए हैं. सड़कें टूटी हुई है, बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं. सड़क पर पानी भरने की वजह से लोगों को हादसा होने का डर बना हुआ है. इलाके के लोगों का आरोप है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि लोगों की समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
वजीराबाद इलाके के लोगों ने बताया कि मुख्य सड़क को करीब चार महीने पहले नाला बनाने के लिए खोदकर छोड़ दिया गया था. अभी तक नाले का निर्माण नहीं हुआ है. सड़क टूटी हुई है. लोग अपने घरों में आने-जाने के लिए लकड़ी के फट्टे रखे हुए हैं. कल शाम दो महिलाएं नाले में गिर गई थी, जिन्हें काफी चोट भी आई थी.
इलाके के लोगों ने समय रहते महिला को नाले से बाहर निकाल लिया, वरना बड़ा हादसा हो सकता था. यहां के लोगों का आरोप हैं कि सालों से वजीराबाद के हालात बदहाल है, वजीराबाद इलाके में कई कॉलोनियां हैं, जिनकी स्थिति बरसात के दिनों में दयनीय हो जाती है.
इलाके के एक शख्स ने बताया कि यहां के कई गलियां में कीचड़ भरा है. बारिश के बाद घरों से निकलना लोगों का मुहाल हो गया है. बच्चे, बूढ़े और महिलाएं कीचड़ में फिसल कर गिर जाती हैं. वाहन चालकों को भी काफी परेशानी होती है. स्थानीय विधायक दिलीप पांडे तिमारपुर विधानसभा में करोड़ों रुपए के विकास कार्यों का दावा करते हैं, लेकिन यहां की टूटी और कीचड़ से भरी गलियां उसके विकास के दावों की पोल खोल रही हैं.
ये भी पढ़ें : दिल्ली में रुक-रुक कर पूरे दिन होती रहेगी बारिश, तापमान 10 ℃ तक गिरा
तिमारपुर विधानसभा में 10 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट कार्य चल रहे हैं, जिनकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. महीनों से सड़कें टूटी हुई है, नाले बनाने का काम चल रहा है लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है. इसकी वजह से इलाके के लोग परेशान हैं और बारिश के दिनों में इस तरह के हालात पैदा होने से इलाके के लोग अपने जनप्रतिनिधियों को कोस रहे हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप