नई दिल्ली: राजधानी में गर्मियों के मौसम में एक बार फिर से पानी की समस्या गंभीर रूप ले चुकी है. दिल्ली के कई इलाकों और कॉलोनियों में पीने के पानी की आपूर्ति सही तरीके से नहीं हो पाने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उपनगरी द्वारका के महंगे फ्लैटों में रहने वाले वाले लोग भी त्रस्त नजर आ रहे हैं. तस्वीरें द्वारका उपनगरी के सेक्टर 12 के पॉकेट दो स्थित द्वारकाधीश अपार्टमेंट की हैं, जहां हाई-फाई सोसाइटी के करोड़ों के फ्लैटों में रहने वाले लोग भी पिछले कई सालों से पीने के पानी की समस्या से त्रस्त हैं. हर साल 4-5 महीने इन्हें पीने के पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है.
अप्रैल महीने के शुरुआत से ही यहां के लोग पीने के पानी की किल्लत को झेल रहे हैं. यहां के लोगों का कहना है कि पिछले कुछ सालों से गर्मी में मौसम में वो ऐसे ही पानी की समस्या से परेशान रहते हैं. इस वक़्त कभी एक दिन, तो कभी दो दिनों के बाद यहां पानी आता है. उस पर भी ना तो उसका कोई निश्चित समय होता है और ना ही पानी मे प्रेशर होता है. यहां के आरडब्लूए की प्रेसिडेंट ने बताया कि 333 से ज्यादा फ्लैटों के लोगों को हर दिन 800 लीटर पानी के हिसाब से 10 लाख लीटर की आवश्यकता है, लेकिन जल बोर्ड इसकी आपूर्ति नहीं कर पा रहा है. मुश्किल से एक फ्लैट को 100 से 200 लीटर पानी मिल पाता है, जो उनकी जरूरतों के अनुसार काफी कम है.
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लोगों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं कि गयी. आये दिन उन्हें प्राईवेट टैंकर मंगवा कर रेजिडेंट्स के पानी की जरूरतों को पूरा करना पड़ता है. हर साल होने वाली पानी की समस्या से त्रस्त लोग इस समस्या का क्षणिक नहीं स्थायी समाधान चाहते हैं. लोगों की मांग है कि जल बोर्ड और संबंधित अधिकारी उनकी इस समस्या से उन्हें स्थायी रुप से निजात दिलवाएं. साथ ही एक यूजीआर से छह की जगह दो पॉकेट को कनेक्ट करें, जिससे सही तरीके से लोगों के घरों तक पानी पहुंच सके.हर दिन पानी की व्यवस्था करने की परेशानी से इन्हें छुटकारा मिल सके.
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