नई दिल्ली : कन्यापूजन के साथ ही विजय दशमी का कार्यक्रम भी बिना किसी ज्यादा शोर-शराबे के सादगी के साथ संपन्न हो गया. कोरोना महामारी की वजह से सरकार की तरफ से जो गाइड लाइन जारी की गई थी, उसका पालन किया गया.
इस बार अष्टमी और नवमी को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन थी. इसलिए कुछ लोगों ने अष्टमी और कुछ लोगों ने नवमी और कुछ ने विजय दशमी के दिन कन्या पूजन कर अपने नवरात्रि के व्रत को तोड़ा.
इस दौरान जब छोटि बच्चियों से ईटीवी भारत ने बात कि तो उन्होंने कहा कि उन्हें नवरात्रि का इंतजार रहता है, क्योंकि उन्हें लोग घर-घर बुलाकर सम्मानपूवर्क पूजा करते हैं. लोग उन्हें खीर-पूरी, मेवा फल खाने को देते हैं. साथ ही विदाई के समय पैसे और खूबसूरत उपहार भी देते हैं.