नई दिल्ली : मुंडका अग्निकांड में बुधवार को तीन लोगों के शव दिए जाने के बाद गुरुवार को 10 और मृतकों की डीएनए रिपोर्ट आ गई. डीएनए रिपोर्ट के बाद भारी तादाद में परिजन संजय गांधी अस्पताल पहुंचे. अस्पताल प्रशासन ने पोस्टमॉर्टम करके शव परिजनों को सौंप दिया. इस दौरान परिजनों ने देरी होने पर प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया.
बीते महीने मुंडका में एक इमारत में भीषण आग लगने से 27 लोग जिंदा जल गए थे. मृतकों की पहचान के लिए DNA टेस्ट कराया पड़ा. रिपोर्ट आने के बाद गुरुवार को 10 लोगों के शव परिजनों को सौंप दिए गए. मृतकों की शिनाख्त पूजा, मधु, प्रीति, पूनम, नुसरत, गीता चौहान, सोनम, अमरनाथ गोयल, आशा और भारती नेगी के रूप में हुई है.
अस्पताल में मौजूद अपने परिजन का शव देखकर लोगों का दर्द भी छलक उठा. संजय गांधी अस्पताल के शवगृह में मौजूद सोनम के चाचा अजय ने बताया कि इतने लंबे इंतजार के बाद उन्हें अपनी भतीजी का शव मिल पाया है. करीब एक साल पहले कोरोना से पिता को खोने के बाद सोनम पर ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी.
सोनम की एक छोटी बहन और एक छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहे हैं. ऐसे में सोनम की मौत के बाद परिवार को गहरा सदमा लगा है. अजय ने बताया कि सोनम के शव के लिए उन्हें थाने से लेकर अस्पताल के कई चक्कर लगाने पड़े.