नई दिल्ली : भागलपुर ट्रिपल आईटी ने एक ऐसे तकनीक का निर्माण किया है, जिसमें रेलवे को कोहरे में होने वाली परेशानी से निजात दिलाएगा. इस तकनीक में वाई फाई प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है. इसके साथ आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है. ट्रिपल आईटी के डायरेक्टर के अनुसार, इस टेक्नोलॉजी से रेलवे को हर साल कोहरे के कारण ट्रेन लेट चलानी पड़ती है या उसकी रफ्तार को धीमा कर दिया जाता है. इस कारण करोड़ो रुपये का घाटा रेलवे को लगता है. इससे पूरी तरीके से निजात मिल पाएगा. इस तकनीक में 99 प्रतिशत यह सम्भावना रहती है कि ट्रेन कोहरे में बिना रुके बिना देरी के अपने गंतव्य तक पहुंच जाएं.
ट्रिपल आईटी के डायरेक्टर अरविंद चौबे ने बताया कि इस प्रणाली पर लखनऊ के आरडीएसओ एक कार्यशाला भी की गई थी. इस टेक्नोलॉजी में होने वाली सभी संभावनाओं को लेकर चर्चा की गई थी. किस तरीके से यह तकनीक काम करेगी और कितना कारगर रहेगी. उसी प्रोटोटाइप बना कर दिखाया गया. हालांकि आरडीएसओ के अधिकारियों ने इस टेक्नोलॉजी को लेकर टेस्ट करने की बात कही, लेकिन टेस्ट को लेकर अभी कोई रूपरेखा नहीं बनाई गई.
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इस टेक्नोलॉजी में एक ऐसा सेंसर ड्राइवर और सभी रेलवे लाइन के पास लगे रेड लाइट के खम्बों में लगा रहता है, जिसमें ड्राइवर को बिना विजिबिलिटी के भी बता देगा कि सामने वाले लाइट में कौन सा सिग्नल है. रेड या ग्रीन है. इससे ड्राइवर बिना विजिबिलिटी के भी ट्रेन उस लाइन से ले जा पाएगा. हालांकि इस प्रणाली को इस्तेमाल करने में कई चुनौती है. लेकिन आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस या एआई टेक्नोलॉजी को वाई फाई से जोड़ कर दुरुस्त कर लिया गया है. इसमें दूसरे सिग्नल से न जुड़ कर केवल अपने निर्धारित रूठ के सिग्नल को ही डिडेक्ट करना है.