नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के पंजाब से सांसद भगवंत मान ने आम आदमी पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि गुरुवार का दिन खेती से जुड़े लोगों के लिए काला दिन था.
'किसानों की बढ़ेगी परेशानी'
सांसद भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी शुरू से ही इस अध्यादेश का विरोध कर रही है. जब ऑल पार्टी मीटिंग हुई तो अकाली दल उसमें से गायब था. 3 महीने पहले तक यह अध्यादेश बहुत बढ़िया था. लेकिन जब दबाव पड़ा तब उन्हें समझ में आया और उन्होंने अपने फैसले को बदला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. इस अध्यादेश के पास हो जाने के बाद किसानों को अपनी जमीनों से हाथ धोना पड़ेगा. किसान जिस ट्रैक्टर पर खेतों का राजा लिखता था उससे भी किसान को हाथ धोना पड़ेगा. इसलिए हम इस अध्यादेश का विरोध कर रहे हैं.
विरोध के बावजूद लोकसभा में हुआ पास
भगवंत मान ने कहा कि गुरुवार को सुखबीर बादल, हरसिमरत कौर बादल और मैंने इस अध्यादेश का विरोध किया. कांग्रेस ने वॉकआउट किया. लेकिन अगर पार्टियों को विरोध करना था तो तब करते जब यह अध्यादेश कैबिनेट में आया था. अंतिम समय पर विरोध करने के बावजूद यह अध्यादेश लोकसभा में पास हो गया.
'हर रात की होती है सुबह'
भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब के किसानों की जमीन धीरे-धीरे छीनना चाहती है. यह केवल किसानी से जुड़ा मामला नहीं है. इससे बहुत सारे लोग जुड़े हैं. बहुमत का मतलब यह नहीं होता कि बीजेपी कुछ भी करें. हर रात की सुबह होती है. यह लोग विरोधी फैसला है. किसानों के लिए यह नुकसानदेह साबित होगा. पहले ट्रैक्टर-ट्रॉली के पीछे जय जवान, जय किसान की तस्वीर होती थी. अब मर जवान, मर किसान लिखा होगा.