नई दिल्ली: देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस लखनऊ से नई दिल्ली के लिए शुरू हो चुकी है. शनिवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने इसे हरी झंडी दिखाई.
यात्रियों का ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत
तय समय के मुताबिक शाम 4:00 बजे गाड़ी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों का ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया. यहीं पर कुछ यात्रियों से ईटीवी भारत की टीम ने खास बातचीत की.
लोगों को तेजस एक्सप्रेस से उम्मीदें
दरअसल, देश की पहली प्राइवेट ट्रेन होने के चलते तेजस एक्सप्रेस पर सबकी निगाहें टिकी हैं. रूट पर चल रही अन्य गाड़ियों से किराया ज्यादा होने के चलते यात्रियों को इसमें एक अलग अनुभव की उम्मीद है.
शताब्दी से तुलना
लखनऊ से नई दिल्ली पहुंचे रवि कहते हैं कि शताब्दी से तेजस एक्सप्रेस में अलग ज्यादा फर्क नहीं है. हालांकि, उन्होंने खाने और स्टाफ की तारीफ की. रवि कहते हैं कि ट्रेन का स्टॉप बहुत अच्छा था. उन्होंने कहा कि ट्रेन में कई आधुनिक सुविधाएं थी, जिसके चलते किराया ज्यादा नहीं लगता. शताब्दी और तेजस एक्सप्रेस में वह किस को चुनेंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी लखनऊ से दिल्ली आने के लिए सुबह के समय में तेजस के अलावा कोई और विकल्प उनके पास नहीं है.
स्टाफ की तारीफ
तेजस एक्सप्रेस में सफर करने वाले संदीप ने भी स्टाफ की खूब तारीफ की. वो कहते हैं कि सुविधाएं बहुत हैं. लेकिन किराए के हिसाब वह शताब्दी चुनेंगे. लेकिन जब बात जल्दी पहुंचने और सुविधाओं की होगी, तो तेजस एक्सप्रेस ही एकमात्र विकल्प होगा.
6 दिन लखनऊ से दिल्ली के बीच चलेगी
अन्य यात्रियों ने भी तेजस एक्सप्रेस की खूब तारीफ की. उन्होंने इस रेलगाड़ी के सफर को हवाई सफर की तरह बताया. कई यात्रियों ने लेट होने पर हर्जाना देने वाली स्कीम को लेकर अपनी उत्सुकता भी जाहिर की. बता दें कि यह ट्रेन मंगलवार को छोड़कर हफ़्ते के 6 दिन लखनऊ से दिल्ली के बीच चलेगी.