नई दिल्ली/बलरामपुर: यूपी का बलरामपुर जिला इस वक्त पिछले दो दिनों से सुर्खियों में बना हुआ है, क्योंकि दिल्ली के धौलाकुआं में पकड़े गए आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी मुस्तकीम उर्फ अबु यूसुफ का घर जिले के थाना क्षेत्र उतरौला स्थित बढ़या भैंसाही गांव में है. पुलिस और मीडिया की मौजूदगी से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है. सोमवार को अब तक संदिग्ध आतंकी माने जा रहे मुस्तकीम के पिता ईटीवी भारत से बात करने के लिए तैयार हुए. बातचीत के दौरान उन्होंने मीडिया में फैल रही कई अफवाहों को झूठा बताया है.
अब तक संदिग्ध माने जा रहे आतंकी मुस्तकीम के पिता कफील से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस दौरान मीडिया में चल रहे कई आरोपों को मुस्तकीम के पिता ने खारिज किया है. उन्होंने कहा कि मेरे बेटे का जाकिर नाइक से कोई संबंध नहीं था. उसके मन में राम मंदिर फैसले को लेकर बदले की भावना भी नहीं थी. कफील ने कहा कि जब राम मंदिर का फैसला आया तो मुस्तकीम ने खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि अब मंदिर-मस्जिद दोनों बन जाएंगे. मस्जिद में मुस्लिम-भाई नमाज पढ़ेंगे और मंदिर में हिंदू भाई इबादत करेंगे. पिता की माने तो मुस्तकीम का कहना था कि इस विवादित मुद्दे को खत्म कर कोर्ट ने अच्छा काम किया है.
वहीं, डॉक्टर जाकिर नाइक पर बात करते हुए आतंकी मुस्तकीम के पिता ने बताया कि मीडिया में हम लोग खबरें देख रहे हैं कि मुस्तकीम का संबंध जाकिर नाइक से था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. मुस्तकीम तो डॉक्टर नाइक की कट्टरता का विरोधी था. उन्होंने कहा कि दो बीघा खेत बेचकर उन्होंने अपना घर बनाया है. उनके पास किसी प्रकार से अवैध रुपये का लेनदेन नहीं हुआ है.
अब तक संदिग्ध माने जा रहे आतंकी मुस्तकीम के पिता ने कहा कि उनका बेटा गुनहगार है, उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार उसके किए की सजा जरूर दे, लेकिन अपील करते हुए कहा कि हमें इज्जत से जीने का अधिकार मिले. बस इतनी ही हमारी सरकार से अपील है.