नई दिल्ली: विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर आज एम्स के प्रांगण में छात्रों द्वारा रैली का आयोजन किया गया. इस रैली का मकसद लोगों को आई डोनेशन के बारे में जागरूक करना था. साथ ही नेत्रदान से लोगों को सूचित करना भी था.
यह रैली आरपी सेंटर के चीफ डॉ. जेएस तितियाल के नेतृत्व में छात्रों द्वारा पूरे एम्स में घूमकर निकाली गई. नेत्रदान को लेकर एक रैली निकाली इसका मकसद लोगों को आई डोनेशन के बारे में जागरूक करना था. रैली में बताया गया कि कॉर्निया की जरूरत वाले लोगों की संख्या ज्यादा है, लेकिन डोनर्स की संख्या बेहद कम है. जब तक लोगों तक सही जानकारी ना पहुंचाई जाए, तब तक आई डोनेशन का बढ़ना मुश्किल है. यही वजह है कि प्रत्येक अस्पताल को अपने साथ जोड़कर एक प्रोग्राम चलाने की जरूरत है.
गौरतलब है कि विश्व नेत्र दिवस का समन्वय इंटरनेशनल एजेंसी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ ब्लाइंडनेस (आईएपीबी) द्वारा किया जाता है. साल 2000 से विश्व नेत्र दिवस आधिकारिक तौर पर आईएपीबी कार्यक्रम के रूप में मनाया जाता है. उसी वक्त से हर साल दुनियाभर के कई देशों में अलग-अलग तरीकों से विश्व नेत्र दिवस मनाया जाता है. यूनाइटेड किंगडम की महारानी साल 2020 में विश्व दृष्टि दिवस के लिए जागरूकता अभियान में शामिल होकर इतिहास रच दिया था.
बता दें कि विश्व दृष्टि दिवस हर साल 14 अक्टूबर को दुनियाभर में मनाया जाता है. इसे 'विश्व नेत्र दिवस', वर्ल्ड साइट डे और वर्ल्ड विजन डे भी कहा जाता है. 'विश्व नेत्र दिवस' आंखों के स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दृष्टि दोष को ठीक करने के लिए मनाया जाता है. विश्व दृष्टि दिवस एक इंटरनेशनल डे है, जिसका मकसद लोगों का आंखों से जुड़ी दिक्क्तों और बीमारियों पर केंद्रित करना है. इस दिन लोगों को अपने आंखों का ख्याल रखने और नेत्र स्वास्थ्य के महत्व के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.