नई दिल्ली: झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र से हेरोइन की तस्करी करने वाले एक शख्स को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी संतोष के पास से आठ किलो हेरोइन बरामद की गई है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 32 करोड़ रुपये बताई गई है. पुलिस को उसने अपने कुछ अन्य साथियों के नाम बताए हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है.
डीसीपी संजीव यादव के अनुसार स्पेशल सेल की टीम मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गैंग को लेकर काम कर रही थी. इस दौरान उन्हें पता चला कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बड़ी संख्या में अफीम की खेती की जा रही है. यहां के काफी लोग रुपयों के लालच में अफीम की खेती कर रहे हैं. इसके लिए वह नक्सली को रुपये भी देते हैं, जिससे क्षेत्र में पुलिस को आने से वह रोक सकें. इसे लेकर एसआई विकास कुमार की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिए जानकारी जुटाई.
32 करोड़ की हेरोइन हुई बरामद
बीते 10 अगस्त को स्पेशल सेल को सूचना मिली कि इस रैकेट में शामिल संतोष ड्रग्स की सप्लाई करने के लिए इंद्रपुरी इलाके में आएगा. इस जानकारी पर एसीपी जसबीर सिंह की देखरेख में एसआई विकास कुमार की टीम ने छापा मारकर उसे पकड़ लिया. उसके पास से 8 किलो हेरोइन बरामद की गई, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 32 करोड़ रुपये बताई गई है. उसके अन्य साथियों की तलाश स्पेशल सेल कर रही है.
तीन साल से कर रहा था तस्करी
आरोपी संतोष झारखंड के चत्तरा जिला का रहने वाला है. गरीबी के चलते पढ़ाई छोड़कर वह मजदूरी करने लगा. यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित है और यहां पर अफीम की काफी खेती होती है. पास में रहने वाले मुकेश ने उसे ड्रग्स के धंधे में शामिल कर लिया. कुछ समय में उसने अपना नेटवर्क बना लिया और खुद ड्रग्स की तस्करी करने लगा. वह पिछले तीन साल से ड्रग्स की तस्करी कर रहा था. वह बरेली के रहने वाले फुरकान और नेता के साथ मिलकर काम करता था. वह अफीम से हेरोइन तैयार कर उसे दिल्ली एनसीआर एवं यूपी में सप्लाई करता था. वह पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग गाड़ियों का इस्तेमाल करता था.