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शारदीय नवरात्रि 2021ः झंडेवालान मंदिर में स्वीकार्य नहीं होगा प्रसाद और चढ़ावा, भक्तों के लिये विशेष व्यवस्था

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Published : Oct 7, 2021, 10:31 AM IST

Updated : Oct 7, 2021, 10:47 AM IST

नवरात्रों में दिल्ली के प्रसिद्ध झंडेवालान मंदिर में भक्तों का तांता लगे रहता है. इस बार भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिये क्या व्यवस्था की गई है, आइये जानते हैं...

शारदीय नवरात्रि
शारदीय नवरात्रि

नई दिल्लीः इस बार शारदीय नवरात्रों में दिल्ली का प्रसिद्ध झंडेवालान मंदिर भक्तों के लिए खोला गया है. ऐसे में मंदिर प्रशासन में भक्तों के दर्शन के लिए खास तैयारियां की हैं. मंदिर प्रशासन के ट्रस्टी रविंद्र गोयल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि मंदिर में व्यवस्था बनाने के लिए ढाई हजार पुरुष सेवादार और 300 महिला सेवादारों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन के साथ मिलकर भी पूरे इंतजाम किए गए हैं.


रविंद्र गोयल ने बताया कि मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों को तीन द्वारों से प्रवेश दिया जाएगा, जिसमें से एक रानी झांसी रोड की तरफ से दूसरा दिल्ली जल बोर्ड और तीसरा फ्लैट्टेड फैक्ट्री की साइड से भक्त मंदिर में प्रवेश के लिए आ पाएंगे. सभी भक्तों का एंट्री गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजेशन आदि किया जाएगा,और साथ ही सभी भक्तों को मंदिर में मास्क लगाकर ही प्रवेश दिया जाएगा. मंदिर में दर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन हो सके, इसीलिए जगह-जगह पर सेवादार मौजूद रहेंगे जो इस बात पर निगरानी रखेंगे कि सभी भक्त मास्क लगाए रखें और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए ही आगे बढ़ें.

शारदीय नवरात्रि

मंदिर के ट्रस्टी ने बताया कि मंदिर में पिछले डेढ़ सालों से किसी भी तरीके का प्रसाद या चढ़ावा स्वीकार नहीं किया जा रहा है और ना ही भक्तों को कोई खुला प्रसाद बांटा जा रहा है. नवरात्रों के दिनों में भी कोई प्रसाद या फूल माला चुनरी चढ़ावा स्वीकार्य नहीं होगा, बल्कि दर्शन के बाद भक्तों को निकास द्वार पर पैक किया हुआ प्रसाद दिया जाएगा, साथ ही सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए मंदिर परिसर में 155 सीसीटीवी भी लगाए गए हैं, जो हर एक आने जाने वाले पर नजर रखेंगे, साथ ही मंदिर परिसर में दिल्ली पुलिस का भी कंट्रोल रूम है, जो कि पूरी व्यवस्था पर नजर रखेगा.



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रविंद्र गोयल ने बताया कि मंदिर में भक्तों की तीन द्वार से एंट्री हो जाने के बाद मंदिर परिसर में, उन्हें छह लाइनों में बांट दिया जाएगा, जहां से वह दर्शन करते हुए सीधे बाहर की ओर जाएंगे. मंदिर परिसर में किसी को भी बैठने या खड़े होने की अनुमति नहीं होगी, जिससे कि सोशल डिस्टेंस बना रहे और मंदिर परिसर में भीड़ ना लगे. सभी प्रवेश द्वारों पर जूता स्टैंड और मंदिर प्रशासन की ओर से दो निशुल्क पार्किंग की व्यवस्था है, जहां पर आने वाले श्रद्धालु वाहनों को पार्क कर सकते हैं.

Last Updated :Oct 7, 2021, 10:47 AM IST
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