नई दिल्ली : लॉकडाउन में फंसे जेएनयू के छात्रों के कैंपस में लौटने की उम्मीद बांध गई है. उनके बार-बार आग्रह के बाद आखिरकार दक्षिणी जिला महरौली की एसडीएम ने जेएनयू वीसी और रजिस्ट्रार को चिट्ठी लिखकर छात्रों के प्रोटोकॉल के तहत मेडिकल स्क्रीनिंग से गुजरने के बाद कैंपस में प्रवेश देने का आग्रह किया.
अलग-अलग इलाकों में फंसे हैं छात्र
दक्षिणी जिला की एसडीएम सोनालिका जीवानी ने जेएनयू के उन छात्रों के आग्रह पर वीसी और रजिस्ट्रार को चिट्ठी लिखकर प्रोटोकॉल के तहत छात्रों की मेडिकल स्क्रीनिंग कर कैंपस में प्रवेश देने की सलाह दी है जो लॉकडाउन की वजह से दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में फंसे हुए हैं. एसडीएम ने वीसी से आग्रह किया है कि वो इसके लिए दिल्ली सरकार द्वारा नियुक्त दक्षिणी जिला की सर्विलांस ऑफिसर डॉ अनुजा वासुदेव से मदद ले सकते हैं. उन्होंने वीसी से डॉ वासुदेव के कॉन्टेक्ट नंबर भी साझा किया है.
क्या है चिट्ठी में ?
एसडीएम ने जो चिट्ठी जेएनयू वीसी को लिखी है उसमें कहा गया है कि जेएनयू के कई छात्रों ने उनके आधिकारिक ई-मेल पर अपनी समस्या बताकर कैंपस में प्रवेश दिलाने की अपील की है. छात्रों ने उन्हें बताया कि कोरोना फैलने के डर से उन्हें जेएनयू कैंपस में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है. छात्रों ने यह भी बताया कि उनके पास जितने पैसे बचे हुए थे वो सभी खत्म हो गए हैं. इस वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए जेएनयू कैंपस में प्रवेश दिलाने की अपील की.
स्क्रीनिंग के लिए भी दिया सुझाव
एसडीएम ने छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इसके संभावित समाधान के तहत जेएनयू प्रशासन को दक्षिण जिला की सर्विलांस ऑफिसर डॉ अनुज वासुदेव से संपर्क करने का सुझाव दिया. साथ कहा कि जो छात्र जेएनयू कैंपस में प्रवेश करना चाहते हैं, उनकी बाकायदा मेडिकल स्क्रीनिंग कर उन्हें कैंपस में प्रवेश की अनुमति दी जाए ताकि इस क्रिटिकल समय में उन्हें ज्यादा परेशान न होना पड़े.