नई दिल्ली : दिल्ली के कई इलाके में इन दिनों जलजमाव की समस्या हो रही है. जलभराव के कारण लोगों की जान भी जा चुकी है. दिल्ली में जलजमाव की वजह से आवागमन भी बाधित हो रहा है. जिस सीवर से पानी की निकासी होनी थी, उसका पानी उल्टा सड़कों पर आ रहा है. इसका कारण समय पर सीवर की डीसिल्टिंग नहीं करना है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली विधानसभा की पिटिशन कमेटी ने जब निगम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाही, तो अधिकारी कोर्ट की शरण में चले गए और आज भी यह मामला कोर्ट में लंबित है. इसी कारण इन अधिकारियों को राहत मिल गई और गड़बड़ी अब तक चल रही है. डी-सिल्टिंग के नाम पर दिए जाने वाले कॉन्ट्रैक्ट में काम तो बिल्कुल नहीं होता लेकिन पेमेंट कर दी जाती है.
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एक कारण यह भी है कि दिल्ली में अलग-अलग एजेंसियों में अलग-अलग लोगों की जिम्मेदारी है. दिल्ली में जलभराव की समस्या सीमांकन को लेकर भी है. दिल्ली के नाले नगर निगम, डीडीए और पीडब्ल्यूडी में बंटे हुए हैं. जिस वजह से सभी एजेंसियां एक दूसरे पर आरोप लगाती रहती हैं. दिल्ली में जलभराव से निपटने का एक ही तरीका है कि सभी एजेंसियों का यूनिफिकेशन कर दिया जाए. अगर नगर निगम और दिल्ली सरकार दोनों जगह एक ही दल की जिम्मेदारी हो, तो जलभराव से निपटने में मदद मिल सकती है.